अब यूविन पोर्टल होगा सामान्य टीकाकरण का रजिस्ट्रेशन , सोलन और सिरमौर में शुरू हुआ ट्रायल 

हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन और सिरमौर में यूविन पोर्टल पर सामान्य टीकाकरण का पंजीकरण शुरू हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत दोनों जिलों में कार्य शुरू कर दिया है

अब यूविन पोर्टल होगा सामान्य टीकाकरण का रजिस्ट्रेशन , सोलन और सिरमौर में शुरू हुआ ट्रायल 

 

यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन  19-01-2023

 

हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन और सिरमौर में यूविन पोर्टल पर सामान्य टीकाकरण का पंजीकरण शुरू हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत दोनों जिलों में कार्य शुरू कर दिया है। बुधवार को यह पोर्टल जिला सोलन और सिरमौर के लोगों के लिए लांच किया गया। इससे पहले पोर्टल को ट्रायल के लिए लांच किया था। 

 

इसका ट्रायल सफल रहा है। अब सोलन और सिरमौर के लोग सामान्य टीकाकरण के लिए पहले यूविन पोर्टल पर पंजीकरण और स्लॉट बुक कर सकेंगे। ट्रायल सफल होने के बाद यह व्यवस्था प्रदेश में लागू हो जाएगी। खास बात यह है कि इस पोर्टल का गांव के लोगों को अधिक फायदा मिलेगा। इसके माध्यम से लोग पता लगा सकेंगे कि क्या उनके क्षेत्र में टीकाकरण कैंप लग रहा है या नहीं। इसकी पूरी जानकारी माह के शुरू में ही पोर्टल पर प्रदर्शित हो जाएगी। 

 

गौरतलब है कि लोग अस्पतालों में बच्चों को बीसीजी, हेपेटाइटिस, डिप्थीरिया, पोलियो समेत गर्भवती महिलाएं टीकाकरण करवाने के लिए आती हैं। टीकाकरण के लिए फील्ड स्टाफ लोगों को सूचना देता था। इस टीकाकरण के लिए लोगों को पहले अस्पताल में पंजीकरण के बारे में पता लगाना पड़ता था। साथ ही टीकाकरण हो रहा है या नहीं, इस बारे भी बार-बार अस्पतालों से पता करना पड़ता था। टीकाकरण का पता चलने के बाद लोग अस्पतालों का रुख करते थे। 

 

जिससे अब छुटकारा मिल गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सोलन डॉ. राजन उप्पल ने यंगवार्ता को बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय के आदेशों के बाद प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में लगने वाले सामान्य टीकाकरण के लिए पोर्टल तैयार किया है। यह पोर्टल कोविन की तर्ज पर बनाया गया है और इसका नाम यूविन रखा गया है। 

 

इस पोर्टल पर कोविड टीकाकरण की तरह सामान्य टीकाकरण के लिए भी पंजीकरण किया जा सकता है। जिला सोलन और सिरमौर में यूविन पोर्टल लांच कर दिया गया है। इसका फायदा गर्भवती महिलाओं और बच्चों को लगने वाले टीकों के लिए होगा। लोग पता लगा सकेंगे कि क्या उनके क्षेत्र में टीकाकरण हो रहा है या नहीं। दो जिलों में ट्रायल सफल रहने के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।