ज़िला के पारंपरिक लोकगीतों का लिखित संकलन होगा तैयार : डीसी राणा

उपायुक्त डीसी राणा ने कहा है कि ज़िला के विभिन्न उपमंडलों में पारंपरिक लोक गायन में विविधता ज़िला चंबा की लोक कला एवं संस्कृति को अति समृद्ध बनाती है।उन्होंने कहा कि चंबा ज़िले का गौरवशाली इतिहास रहा

ज़िला के पारंपरिक लोकगीतों का लिखित संकलन होगा तैयार :  डीसी राणा

उपायुक्त ने विजेता सांस्कृतिक दलों को प्रशस्ति पत्र और नगद राशि की प्रदान

यंगवार्ता न्यूज़ - चंबा     16-03-2023

उपायुक्त डीसी राणा ने कहा है कि ज़िला के विभिन्न उपमंडलों में पारंपरिक लोक गायन में विविधता ज़िला चंबा की लोक कला एवं संस्कृति को अति समृद्ध बनाती है।उन्होंने कहा कि चंबा ज़िले का गौरवशाली इतिहास रहा है। ज़िला की समृद्ध लोक कला एवं संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन को लेकर पारंपरिक लोकगीतों का लिखित संकलन (डॉक्यूमेंटेशन) तैयार किया जा रहा है। 

डीसी राणा ने स्थानीय कलाकारों , गीतकारों, साहित्यकारों से पारंपरिक लोकगीतों के संग्रह को जिला भाषा अधिकारी को उपलब्ध करवाने का आग्रह भी किया। ज़िला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सांस्कृतिक दलों के कलाकारों को शुभकामनाएं देते हुए उपायुक्त ने कहा कि पारंपरिक लोक संस्कृति को संजोए रखे जाना आवश्यक है, ताकि भावी पीढ़ी भी अपनी इस अनमोल लोक संस्कृति भली-भांति अवगत रहे ।

इस दौरान विभिन्न उप मंडलों से 17 सांस्कृतिक दलों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में निर्णायक मंडल के रूप में ज़िला लोक संपर्क अधिकारी सुभाष कटोच, राजकीय महाविद्यालय चंबा के सहायक प्राध्यापक संगीत डॉ. संतोष, संगीत प्रवक्ता गुलशन पाल ने अपनी भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक दलों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।

प्रतियोगिता में सांस्कृतिक दल सरस्वती कला संगम प्रथम स्थान, विकासशील युवक मंडल कीड़ी दूसरा स्थान और गद्दी सांस्कृतिक दल रूणूकोठी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसके साथ रितिका फोक ग्रुप चंबा तथा इंदरूनाग युवक मंडल सामरा को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।

ज़िला भाषा अधिकारी ने कहा कि विभाग इस तरह के कार्यक्रम हर जिले में आयोजित करता है और विभाग का यह भी प्रयास रहता है कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करके कलाकारों को मंच प्रदान करने के साथ पारंपरिक लोक संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन भी किया जा सके।


सांस्कृतिक दल- सरस्वती कला संगम प्रथम विकासशील युवक मंडल कीड़ी दितीय और गद्दी सांस्कृतिक दल रूणूकोठी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के रूप में क्रमशः 10 हजार, 8 हजार और 6 हजार रुपयों की राशि की गई प्रदान। रितिका फोक ग्रुप चंबा व इंदरूनाग युवक मंडल सामरा। सांत्वना पुरस्कार के रूप में क्रमशः 5 हजार की राशि की गई प्रदान।