हमें पौष्टिक आहार को अपने जीवन का बनाना होगा अहम हिस्सा : उपायुक्त

पोषण अभियान के तहत जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला एवं समापन सम्मान समारोह का आयोजन मंगलवार को बचत भवन में किया गया। इस कार्यक्रम में उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने बतौर मुख्यतिथि शिरकत की

Oct 1, 2024 - 22:13
 0  10
 हमें पौष्टिक आहार को अपने जीवन का बनाना होगा अहम हिस्सा : उपायुक्त

शिमला के भूले बिसरे व्यंजन पर प्रदर्शनी

यंगवार्ता न्यूज़ -  शिमला    01-10-2024

पोषण अभियान के तहत जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला एवं समापन सम्मान समारोह का आयोजन मंगलवार को बचत भवन में किया गया। इस कार्यक्रम में उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने बतौर मुख्यतिथि शिरकत की।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि ने कहा कि पोषण अभियान 2.0, या सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0, एक एकीकृत पोषण सहायता कार्यक्रम है। 

इसका मकसद, बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं में कुपोषण की समस्या को कम करना है। इस कार्यक्रम के तहत, पोषण से जुड़ी कई समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। उन्होंने सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बेहतरीन कार्य करने पर शुभकामनाएं दी।

उन्होंने कहा कि हमें पौष्टिक आहार को अपने जीवन का अहम हिस्सा बनाना होगा। हमें आसपास के लोगों को भी इस बारे में जागरूक करना चाहिए। अगर हम स्वस्थ स्वास्थ्य चाहते है तो उसके लिए पौष्टिक आहार का होना अति आवश्यक है। हमें अपने बच्चों को पौष्टिक आहार के बारे में जागरूक करना चाहिए। औषधीय गुणों से सम्पन्न कई दालें, सब्जियां आज हमारी रसोई से गायब होती जा रही है। 

हम त्योहारों में परंपरागत व्यंजनों को बनाने से परहेज करते है, जबकि हमें पारम्परिक व्यंजनों को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाने में अग्रणी रहना चाहिए। मुख्य अतिथि ने कहा कि आज बच्चों को खेलों के प्रति जागरूक करने की जरूरत है। बच्चे खेलों से दूर होते जा रहे है। बच्चों के सर्वांगीण विकास में खेलों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि खेलें प्रोफेशन हो चुकी है। 

 
जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पाॅल ने बताया कि पोषण अभियान के तहत 1 सिंतबर से 30 सिंतबर तक पोषण माह जिला भर में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस बार अभियान की थीम “सुपोशित किशोरी, साक्षर नारी“ रही। इस अभियान के तहत 2154 आंगनबाड़ी केंद में कुल करीब 34 हजार गतिविधियां आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि अभियान के बारे में विस्तृत रिपोर्ट भी प्रस्तुत की।

कार्यक्रम में आरकेएमवी से डाॅ. ज्योति शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने और बेहतर विकास के लिए अपने खानपान से पर्याप्त पोषण प्राप्त करना बहुत आवश्यक है। पोषण कई पोषक तत्वों के एक समूह की तरह है, जो हमें भोजन से मिलता है। जब हमारे शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिलता है, तो इससे शरीर में कमजोरी आती है और हम बीमार हो जाते हैं। 

इस दौरान आईजीएमसी से डाॅ. अमित सचदेवा ने एनीमिया विषय पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एनीमिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या या इनमें पाए जाने वाले हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है। इससे शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है और ऊतकों में ऑक्सीजन की कमी के कारण एनीमिया के लक्षण दिखने लगते हैं। 

एनीमिया एक सामान्य रक्त विकार है। खास तौर पर महिलाओं में आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया सबसे आम प्रकार का एनीमिया है। उन्होंने कहा कि अगर हमारा पोषण सही होगा तो हमें बीमारियां प्रभावित नहीं कर सकती है।

कार्यक्रम के दौरान एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत मुख्यातिथि ने पौधा भी लगाया। इसके बाद, मुख्यातिथि ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा तैयार किए गए शिमला के भूले बिसरे व्यंजन विषय पर प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में शिमला के भूले बिसरे व्यंजन पर बुकलेट और कैलेंडर का भी विमोचन किया गया। वहीं पोषण और स्वच्छता शपथ भी दिलवाई गई। 

कार्यक्रम में आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के विकास की निगरानी प्रक्रिया का प्रदर्शन भी मुख्यातिथि के सामने आंगनाबाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया।
कार्यक्रम में जिला भर में सीडीपीओ, ब्लाॅक कोर्डिनेटर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहीं।

इस समारोह में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें शिमला शहरी खंड की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने स्वागत गीत पेश कर खूब तालिया बटोरी। वहीं चौपाल खंड से सुमन शर्मा ने पोषण अभियान पर कविता सुनाई। शिमला शहरी की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और नन्नें बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow