प्रदेश में जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदा बनी चिंता का विषय,ज्ञान विज्ञान समिति द्वारा संगोष्ठी का आयोजन
हिमाचल प्रदेश में साल दर साल बरसात में बादल फटने, भूस्खलन की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। इस वर्ष भी मानसून में बारिश।कहर ढा रही है। प्राकृतिक आपदा को लेकर हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति ने आज शिमला में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 06-09-2025
हिमाचल प्रदेश में साल दर साल बरसात में बादल फटने, भूस्खलन की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। इस वर्ष भी मानसून में बारिश।कहर ढा रही है। प्राकृतिक आपदा को लेकर हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति ने आज शिमला में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया।
इसमें तकनीकी विशेषज्ञों के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने पर्यावरण में आ रहे बदलाव, आपदा प्रबंधन और स्थाई विकास के मॉडल पर अपने विचार रखे। समिति के अध्यक्ष डॉ. ओमप्रकाश ने कहा कि हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति लंबे समय से पर्यावरण, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रही है। मौजूदा परिस्थितियों में यह और भी जरूरी है कि बदलते पर्यावरण और बढ़ती आपदाओं के कारणों पर गहन चर्चा हो।
स्थायी समाधान तलाशे जाएं। उन्होंने कहा कि समिति समय-समय पर इस विषय पर विस्तृत चर्चाओं का आयोजन करती रहेगी और इनसे मिलने वाले निष्कर्षों व सुझावों को सरकार और संबंधित विभागों तक पहुंचाएगी।
डॉ. ओमप्रकाश ने याद दिलाया कि वर्ष 1997 में 11 अगस्त को शिमला के चिड़गांव क्षेत्र में भीषण बाढ़ आई थी, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे। उस समय भी समिति ने इस विषय पर गंभीर चर्चा की थी, लेकिन दुखद है कि आज 28 साल बाद भी उससे कोई सबक नहीं लिया गया और अब आपदा और भी बड़ा स्वरूप धारण कर चुकी है।
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