प्रयागराज के बाद अयोध्या उमड़ें श्रद्धालु , चार दिन में 65 लाख भक्तों ने किए रामलला के दर्शन , भीड़ नियंत्रण के लिए नई व्यवस्था लागू 

मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में आस्था की डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ अयोध्या पहुंच रही है। आलम यह रहा कि रातोंरात अयोध्या की सड़कें श्रद्धालुओं से खचाखच भर गईं। सुबह होते ही जय श्रीराम के जयकारे गूंजने लगे। 96 घंटे में 65 लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंच चुके हैं। बृहस्पतिवार को करीब 15 लाख श्रद्धालुओं ने सरयू में डुबकी लगाकर मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर स्नान करने के बाद श्रद्धालु सीधे रामनगरी पहुंच रहे हैं

Jan 31, 2025 - 15:41
Jan 31, 2025 - 15:52
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प्रयागराज के बाद अयोध्या उमड़ें श्रद्धालु , चार दिन में 65 लाख भक्तों ने किए रामलला के दर्शन , भीड़ नियंत्रण के लिए नई व्यवस्था लागू 

न्यूज़ एजेंसी - अयोध्या  31-01-2025
मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में आस्था की डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ अयोध्या पहुंच रही है। आलम यह रहा कि रातोंरात अयोध्या की सड़कें श्रद्धालुओं से खचाखच भर गईं। सुबह होते ही जय श्रीराम के जयकारे गूंजने लगे। 96 घंटे में 65 लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंच चुके हैं। बृहस्पतिवार को करीब 15 लाख श्रद्धालुओं ने सरयू में डुबकी लगाकर मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर स्नान करने के बाद श्रद्धालु सीधे रामनगरी पहुंच रहे हैं। आंखों में श्रद्धा व सिर पर गठरी लिए श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा है। सुबह चार बजे से सरयू के घाटों पर स्नान शुरू हो गया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने हनुमानगढ़ी व राम मंदिर का रुख किया। आराध्य के दर्शन पाने को श्रद्धालु देर रात तक कतारबद्ध दिखे। एडीजी जोन , मंडलायुक्त गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम चंद्र विजय सिंह ने बिड़ला धर्मशाला से लता चौक तक पैदल चलकर श्रद्धालुओं से बातचीत की व सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
उधर , भीड़ नियंत्रण के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है। बृहस्पतिवार को उदया चौराहे से ही श्रद्धालुओं को पैदल भेजा गया। श्रद्धालु राम पथ पर टेढ़ी बाजार तक करीब दो किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे लेकिन यहां से रामपथ पर आगे नहीं बढ़ सके। टेढ़ी बाजार चौराहे से राम जन्मभूमि थाने की ओर श्रद्धालुओं को मोड़ दिया गया। श्रद्धालु राम जन्मभूमि के पीछे से होते हुए नया घाट , सरयू तट , राम जन्मभूमि भूमि व हनुमानगढ़ी पहुंचे। दर्शन-पूजन के बाद श्रद्धालुओं की निकासी फिर राम पथ से होती रही। इस तरह श्रद्धालुओं को आठ से दस किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है लेकिन रामलला के दर्शन की उत्कंठा में श्रद्धालु सभी दुश्वारियों को दरकिनार करते आगे बढ़ते रहे। भीड़ नियंत्रण के लिए राम पथ की गलियों को भी बैरिकेडिंग लगाकर बंद कर दिया गया है। जिस रास्ते से श्रद्धालु गुजर रहे हैं उधर से राम पथ पर प्रवेश के सभी मार्गों पर बैरियर लगाए गए हैं। 
महाकुंभ से बड़ी संख्या में रेल मार्ग से भी अयोध्या में श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है। अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा ने शाम को रेलवे स्टेशन कैंट के आसपास और गुरु गोविंद सिंह चौराहे पर लाउडस्पीकर के माध्यम से अपील की कि वे रेलवे स्टेशन कैंट के निकट बने आश्रय स्थल में ही ठहरें। यह अनुरोध श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक स्थान प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया। रेल मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ की मॉनिटरिंग भी की जा रही है। सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में भी दर्शन की व्यवस्था बदलनी पड़ी। सुबह लगभग 11 बजे हनुमानगढ़ी में भीड़ अचानक बढ़ गई। बड़ी संख्या में श्रद्धालु दशरथ महल की ओर से हनुमानगढ़ी प्रवेश द्वार की ओर आने लगे तो भीड़ का दबाव एकाएक बढ़ गया। 
हालात अनियंत्रित होते दिखे तो दशरथ महल से हनुमानगढ़ी की ओर आने वाले रास्ते को बंद करना पड़ा। हनुमानगढ़ी में मुख्य प्रवेश द्वार से श्रद्धालु प्रवेश करते रहे जबकि वीआईपी मार्ग से श्रद्धालुओं की निकासी राम पथ की ओर होती रही। रामनगरी में लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। गोंडा, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर और लखनऊ रोड पर होल्डिंग एरिया बना दिया गया है, ताकि भीड़ बढ़ने पर श्रद्धालुओं को वहां रोका जा सके। वहीं केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात से बड़ी से संख्या में श्रद्धालु दर्शन को अयोध्या पहुंच रहे हैं।

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