मेडिकल कॉलेजों में आधारभूत ढांचा होगा विकसित,सरकार ने सभी कॉलेजों में रिक्त पड़े विशेषज्ञ डाक्टरों का मांगा डाटा
हिमाचल के मेडिकल कॉलेजों में आधारभूत ढांचा विकसित होगा। इन कॉलेजों में विशेषज्ञ चिकित्सक (प्रोफेसर, एसोसिएट और असिस्टेंट) की भर्ती की जा रही है। कालेज के हर विभाग में पांच से छह विशेषज्ञ की तैनाती होगी। प्रदेश सरकार ने सभी कॉलेजों में रिक्त पड़े विशेषज्ञ डाक्टरों का डाटा मांगा

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 02-10-2025
हिमाचल के मेडिकल कॉलेजों में आधारभूत ढांचा विकसित होगा। इन कॉलेजों में विशेषज्ञ चिकित्सक (प्रोफेसर, एसोसिएट और असिस्टेंट) की भर्ती की जा रही है। कालेज के हर विभाग में पांच से छह विशेषज्ञ की तैनाती होगी। प्रदेश सरकार ने सभी कॉलेजों में रिक्त पड़े विशेषज्ञ डाक्टरों का डाटा मांगा है। सभी कॉलेजों में अत्याधुनिक एमआरआई, पैट स्कैन स्थापित करने के साथ रोबोटिक सर्जरी शुरू की जानी है।
ऐसे में स्टाफ की भर्तियां की जा रही हैं। सरकार ने मेडिकल कॉलेजों के लिए उपकरणों की खरीद शुरू कर दी है। इस पर सरकार 300 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। हिमाचल के मरीजों को दूसरे राज्यों में उपचार करने के लिए न जाना पड़े, इसके लिए हिमाचल की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हाल ही में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों को आधुनिक मशीनों से सुसज्जित किया जा रहा है। मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में पुराने उपकरणों को बदला जा रहा है और एम्स दिल्ली स्तर की मशीनें स्थापित की जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि चमियाना और टांडा मेडिकल कॉलेज में मात्र 30 हजार रुपये में रोबोटिक सर्जरी सुविधा की शुरुआत की जा चुकी है, जबकि निजी अस्पतालों में यह सुविधा दो लाख रुपये की दर पर होती है। उन्होंने कहा कि अभी यह आधुनिक चिकित्सा सुविधा चमियाना में शुरू की गई है। हिमाचल के हर मेडिकल कॉलेज में इस सुविधा को शुरू करने पर जोर दिया जा रहा है।
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