हिमाचल : पंचायतों में भांग और अफीम की खेती पाई जाने पर पंचायत प्रधानों को भूगतना होगा खामियाजा
हिमाचल की पंचायतों में भांग और अफीम की खेती पाई गई , तो अब पंचायत प्रधानों को भी इसका खामियाजा भुगतना होगा। जानकारी छुपाने पर पंचायत प्रतिनिधियों पर एफआईआर हो सकती

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 02-09-2025
हिमाचल की पंचायतों में भांग और अफीम की खेती पाई गई , तो अब पंचायत प्रधानों को भी इसका खामियाजा भुगतना होगा। जानकारी छुपाने पर पंचायत प्रतिनिधियों पर एफआईआर हो सकती है।
पटरवारी और फोरेस्ट गार्डों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। यदि कोई सरकारी अधिकारी, पंचायत प्रधान, उपप्रधान, सदस्य, सचिव, पटवारी, कानूनगो या वन विभाग का फोरेस्ट गार्ड या बीट अधिकारी अवैध खेती की जानकारी छिपाता है, तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर पुलिस द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हिमाचल पुलिस द्वारा पकड़े गए अवैध भांग की खेती के मामले बताते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में मलकियत भूमि पर भांग की खेती की जा रही है। इससे यह साफ होता है कि पंचायत प्रतिनिधि और अधिकारी जानकारी को छुपाते हैं। नशे के खिलाफ विभाग और प्रदेश सरकार ने अब जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए अब एफआईआर करने का बड़ा ऐलान कर दिया है।
प्रशासन ने साफ चेतावनी दी है कि भांग और अफीम की अवैध खेती की जानकारी छुपाने वालों को सीधे जेल की हवा खानी पड़ेगी। एनडीपीएस एक्ट की धारा 47 और 32 के तहत जानकारी छूपाने वाले अधिकारी और पंचायत प्रतिनिधि के खिलाफ सीधी एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई होगी।
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