सरकारी एजेंसियां करेंगी अब शराब ठेकों का कारोबार,प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा को सौंपी जिम्मेदारी
सरकारी एजेंसियां कहां-कहां पर शराब ठेकों का कारोबार करेंगी, यह तय कर दिया गया है। वन निगम, जो कि अभी तक लकड़ी बेचने का कारोबार कर रही है, को प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा की जिम्मेदारी सौंपी

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 14-04-2025
सरकारी एजेंसियां कहां-कहां पर शराब ठेकों का कारोबार करेंगी, यह तय कर दिया गया है। वन निगम, जो कि अभी तक लकड़ी बेचने का कारोबार कर रही है, को प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ कुल्लू जिला में सामान्य उद्योग निगम को शराब ठेके सौंप दिए गए हैं, जो पहले से देशी शराब बनाने का काम कर रहा था।
सामान्य उद्योग निगम यहां ऊना नंबर वन शराब बनाता है, लेकिन इसकी बिक्री का काम वह पहली बार करेगा। जानकारी के अनुसार मंडी जिला के शराब ठेकों की जिम्मेदारी स्टेट इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट कारपोरेशन को सौंपा गया है। यह निगम अभी तक उद्योग क्षेत्रों को विकसित करने का काम कर रहा है। अब इसका कारोबार और अधिक बढ़ जाएगा।
इसी तरह से सिविल सप्लाई कारपोरेशन, जिसके पास राशन बेचने का काम है, वहे भी शराब बेचने का कारोबार करेगा। इससे उसकी अतिरिक्त कमाई होगी। सिविल सप्लाई कारपोरेशन के पास इसके लिए आधारभूत ढांचा भी है, जिसे कुछ नई व्यवस्थाएं ही करनी होंगी। सिविल सप्लाई कारपोरेशन को सरकार ने बिलासपुर के शराब ठेके चलाने का जिम्मा दिया है।
वहीं एचपीएमसी जो जूस व वाइन आदि बेचता है उसे शिमला में शराब ठेके सौंपे गए हैं। शिमला में नगर निगम शिमला भी 19 शराब ठेके चलाएगा, जो कि उसके अपने एरिया में होंगे। हिमफेड अभी तक खाद व फर्टिलाइजर बेचने का काम कर रहा है, जिसके पास अब शराब की बिक्री का भी काम होगा।
इससे पहले भी पूर्व सरकारों में सरकारी एजेंसियों को शराब बिक्री का काम दिए जाने की सोच थी। तत्कालीन वीरभद्र सरकार में एक सरकारी निगम भी बनाया गया था व निगम के अधीन सरकारी शराब के ठेकों की चलाए जाने की सोच थी, पर वह कंसेप्ट सफल नहीं हो पाया
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