धर्म से नहीं , संविधान से चलता है देश , हिंदुओं की रक्षा के सवाल पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का संदेश
हिन्दुत्व और धर्मनिरपेक्षता पर आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने दो टूक कहा है कि राज्य कानून से चलता है , धर्म से नहीं। उनसे पूछा गया था कि धर्मनिरपेक्षता के ढांचे के भीतर हिंदुओं की रक्षा कैसे की जा सकती है , इस पर भागवत ने साफ शब्दों में कहा है कि सेक्युलरिज्म का अर्थ है धार्मिक रूप से तटस्थ होना। राज्य का काम कानून का पालन कराना है और समाज का काम आपसी भाईचारा बनाए रखना है
न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली 22-12-2025
हिन्दुत्व और धर्मनिरपेक्षता पर आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने दो टूक कहा है कि राज्य कानून से चलता है , धर्म से नहीं। उनसे पूछा गया था कि धर्मनिरपेक्षता के ढांचे के भीतर हिंदुओं की रक्षा कैसे की जा सकती है , इस पर भागवत ने साफ शब्दों में कहा है कि सेक्युलरिज्म का अर्थ है धार्मिक रूप से तटस्थ होना। राज्य का काम कानून का पालन कराना है और समाज का काम आपसी भाईचारा बनाए रखना है। अगर राज्य कानून के आधार पर चलेगा ( किसी का तुष्टिकरण नहीं करेगा ) और समाज अपने आचरण में धर्म (कर्तव्य) का पालन करेगा , तो सुरक्षा अपने आप सुनिश्चित हो जाएगी। उन्होंने हिंदुत्व को कर्मकांडों से अलग करते हुए युवाओं को यह संदेश दिया कि केवल मंदिर जाना ही हिंदू होना नहीं है, बल्कि आपका आचरण ही आपका असली धर्म है।
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