विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सैस को लेकर विपक्षी विधायकों और उपमुख्यमंत्री के बीच तीखी नोकझोक
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सैस को लेकर विपक्षी विधायकों और उपमुख्यमंत्री के बीच तीखी बहस हुई। जसवां प्रागपुर के विधायक बिक्रम ठाकुर के सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सदन को जानकारी दी कि प्रदेश में 10 तरह के सैस लगाए जा रहे

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 28-08-2025
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सैस को लेकर विपक्षी विधायकों और उपमुख्यमंत्री के बीच तीखी बहस हुई। जसवां प्रागपुर के विधायक बिक्रम ठाकुर के सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सदन को जानकारी दी कि प्रदेश में 10 तरह के सैस लगाए जा रहे हैं।
इनसे प्रदेश सरकार को 762 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है। इनमें कई सैस पूर्व सरकार के कार्यकाल में लगाए गए थे, वहीं बाकी सैस वर्तमान सरकार ने लगाए हैं। उपमुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि सरकार ये सुनिश्चित करेगी कि इन सैसों से आम आदमी पर किसी तर का बोझ पड़ने नहीं दिया जाएगा।
विधायक बिक्रम ठाकुर ने सरकार पर आरोप लगाया कि प्रदेश में लगभग 10 तरह के सैस लगाए गए हैं, जिनकी प्रतिशतता और उपयोगिता स्पष्ट नहीं है। उन्होंने कोविड सैस, एंबुलेंस सेवा फंड सैस समेत अन्य सैस को लेकर सवाल उठाए और पूछा कि कोविड का सैस खत्म हो गया है तो इसका क्या होगा? साथ ही, चंबा में एंबुलेंस सेवा की स्थिति खराब होने का जिक्र करते हुए कहा कि सैस के बावजूद लोगों को एंबुलेंस के लिए खुद पैसा खर्च करना पड़ रहा है।
इस पर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जवाब देते हुए कहा कि अधिकांश सैस पूर्व भाजपा सरकार के समय से ही लागू हैं। कोविड का सैस पूर्व सरकार ने लगाया था, जिसके तहत लगभग 145 करोड़ रुपये एकत्रित हुए थे। उन्होंने कहा कि कोविड खत्म होते ही यह सैस खत्म कर दिया गया।
हालांकि अब भी उस राशि का शेष बचा हुआ है, जिसे उसी मद में खर्च किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शराब की बिक्री पर सैस पूर्व सरकार ने लगाया था, जिसमें गोवंश विकास निधि में 65 करोड़ रुपये जमा हुए।
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