भारत ने सिद्ध किया कि अब भारत केवल प्रतिक्रिया नहीं देगा, बल्कि निर्णायक रूप से कार्रवाई करेगा : जयराम ठाकुर
भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। इसे केवल अस्थायी रूप से रोका गया है। इसलिए इस पर बेवजह और अनुचित सवाल न उठाएं

यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला 15-05-2025
भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। इसे केवल अस्थायी रूप से रोका गया है। इसलिए इस पर बेवजह और अनुचित सवाल न उठाएं। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने तिरंगा यात्रा को संबोधित करते हुए कहा
ऑपरेशन सिंदूर के पांच प्रमुख लक्ष्य थे: 1- उन आतंकी ठिकानों को समाप्त करना जो अब तक अछूते और सुरक्षित माने जाते थे।
2- आतंकवादियों को ढेर करना और उनका सफाया करना। 3- आतंकी संरचनाओं को पूरी तरह जमींदोज करना। 4- इस पूरी कार्रवाई में किसी नागरिक को कोई क्षति न हो। 5- पाकिस्तान की सेना या सैन्य अड्डों पर कोई हमला न हो – क्योंकि यह लड़ाई आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ़ थी, पाकिस्तान की सेना के खिलाफ नहीं।
आतंकवाद के खिलाफ़ युद्ध था और भारत ने इस लड़ाई में न केवल अपने सभी लक्ष्यों को प्राप्त किया, बल्कि यह भी सिद्ध किया कि अब भारत केवल प्रतिक्रिया नहीं देगा, बल्कि निर्णायक रूप से कार्रवाई करेगा।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि भारतीय सेना द्वारा आतंक के खिलाफ जब यह हमला हुआ, तब 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त किए गए, जिनमें से 5 पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर (पीओके) में और 4 पाकिस्तान के भीतर स्थित थे। पहली बार भारत ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत जैसे सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र में घुसकर आतंकियों का सफाया किया।
यह ऑपरेशन सिंदूर की बड़ी उपलब्धि है। लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के प्रशिक्षण केंद्रों को लक्ष्य बनाकर यह कार्यवाही की गई। राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ पात्रा ने कहा कि इन ठिकानों को ध्वस्त करना कोई सामान्य उपलब्धि नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के भीतर 100 किमी तक घुसकर कार्यवाही की, जहाँ अमेरिकी ड्रोन भी नहीं पहुँच पाए।
यह भारत की सैन्य क्षमता, राजनीतिक इच्छाशक्ति और राष्ट्रीय संकल्प का प्रतीक है। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। प्रमुख मारे गए आतंकियों के नाम :- 1) मुदस्सर कादियान उर्फ अब्बू जुंदाल (एलईटी), 2) हाफिज मोहम्मद जमील (जेईएम), 3) मसूद अजहर का साला, 4) मोहम्मद यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद जी और 5) आईसी-814 हाइजैकिंग का आरोपी खालिद उर्फ अब्बू अक्का खालिद (एलईटी)।
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