चूड़धार की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक आस्था को संरक्षित रखने के लिए स्वच्छता अभियान चलाएगी चूड़ेश्वर सेवा समिति

शिमला व सिरमौर जिला की सीमा पर स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चूड़धार में श्रद्धालुओं के लिए किए गए सेवा कार्यों की समीक्षा और भविष्य की योजनाओं को लेकर रविवार को चूड़ेश्वर सेवा समिति का 22वां वार्षिक अधिवेशन सोलन के कला केंद्र कोठों  में आयोजित किया गया। अधिवेशन की अध्यक्षता समिति की केंद्रीय कार्यकारिणी की अध्यक्ष बीएमनैंटा ने की

Apr 6, 2025 - 20:46
Apr 6, 2025 - 20:51
 0  113
चूड़धार की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक आस्था को संरक्षित रखने के लिए स्वच्छता अभियान चलाएगी चूड़ेश्वर सेवा समिति
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन  06-04-2025

शिमला व सिरमौर जिला की सीमा पर स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चूड़धार में श्रद्धालुओं के लिए किए गए सेवा कार्यों की समीक्षा और भविष्य की योजनाओं को लेकर रविवार को चूड़ेश्वर सेवा समिति का 22वां वार्षिक अधिवेशन सोलन के कला केंद्र कोठों  में आयोजित किया गया। अधिवेशन की अध्यक्षता समिति की केंद्रीय कार्यकारिणी की अध्यक्ष बीएमनैंटा ने की। इस दौरान  केंद्रीय समिति के महासचिव ग्यार सिंह नेगी ने बीते वर्ष किए गए कार्यों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया और आने वाले समय में श्रद्धालुओं की सुविधाएं बढ़ाने के लिए विस्तृत योजना पर विचार-विमर्श किया। चूड़ेश्वर सेवा समिति के अध्यक्ष बीएम नैंटा ने  बताया कि यह चूड़ेश्वर समिति एक गैर-राजनीतिक, सेवाभावी संगठन है जो मुख्य रूप से चूड़धार में श्रद्धालुओं की सेवा में समर्पित है। 
उन्होंने कहा कि अब तक हिमाचल व उत्तराखंड में समिति की 57 इकाइयों का गठन किया जा चुका है और इन इकाइयों में 5000 से अधिक सदस्य सेवा समिति से जुड़ चुके हैं।  उन्होंने कहा कि समिति द्वारा हर वर्ष चूड़धार यात्रा के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ठहरने, भोजन, प्राथमिक चिकित्सा, सफाई व्यवस्था सहित अन्य मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित की जाती है। उन्होंने बताया कि अधिवेशन में पिछले वर्ष की गई गतिविधियों जैसे मार्गों की मरम्मत,विश्राम स्थलों की सफाई, पेयजल की व्यवस्था और चिकित्सा शिविरों के संचालन जैसे कार्यों पर चर्चा की गई। इसके साथ ही आगामी यात्रा सीजन के लिए नई योजनाएं बनाई गईं जिनमें मार्गों की और बेहतर मरम्मत, मोबाइल चिकित्सा यूनिट की तैनाती, कचरा प्रबंधन के लिए जागरूकता अभियान तथा मौसम की जानकारी देने वाली डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड,मोबाइल टॉवर की स्थापना जैसी सुविधाओं को शामिल किया गया है। अधिवेशन में यह भी निर्णय लिया गया कि चूड़धार क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक आस्था को संरक्षित रखने के लिए स्वच्छता अभियान को और अधिक प्रभावी ढंग से चलाया जाएगा। 
साथ ही श्रद्धालुओं को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष शिविरों का आयोजन भी किया जाएगा। समिति ने प्रशासन से अपील की कि चूड़धार यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जाए तथा मौसम से जुड़ी आपातकालीन सेवाओं को भी त्वरित बनाया जाए। इस मौके पर डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने भी वशिष्ठ अतिथि के रूप में शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने आयोजन समिति को बधाई देते हुए कहा कि समिति चूड़धार में आने वाले लोगों को सुविधाएं प्रदान करने में सराहनीय कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि उन्होंने भी समिति की सदस्यता ली है। साथ ही शर्मा ने कहा कि चूड़धार की मौलिक छवि  और पर्यावरण को नुकसान किए बिना विकास कार्य होने चाहिए। इस मौके पर चूड़ेश्वर सेवा समिति के संरक्षक प्रो. अमर सिंह चौहान ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं , जिन्हें यह सेवा कार्य का अवसर मिला। प्रचार-प्रसार समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह चौहान ने अधिवेशन में सभी मदों पर चर्चा की और इसकी विस्तार से जानकारी भी दी। 
इसके अलावा राजगढ़ कॉलेज के प्रवक्ता इतिहास डॉ. शिवलाल भारद्वाज ने मंदिर के इतिहास पर प्रकाश डाला , पांवटा साहिब इकाई के अध्यक्ष ओपी चौहान , राजेंद्र त्यागी , केंद्रीय कार्यकारिणी के पूर्व अध्यक्ष हरिनंद मेहता , रामभज चौहान समेत अन्यों ने भी अपने विचार रखे। इसमें चूड़धार में धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने और श्रद्धालुओं के लिए एक बेहतर अनुभव सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस मौके पर  केंद्रीय कार्यकारिणी की उपाध्यक्ष सतीश ठाकुर, केंद्रीय कार्यकारिणी के पूर्व प्रधान बलदेव चौहान, चूड़ेश्वर सेवा समिति की सोलन इकाई के प्रधान प्रदीप मंमगाईं, महासचिव महासचिव सुभाष,अत्री, वरिष्ठ सदस्य रमेश शर्मा,  कोषाध्यक्ष सत्यपाल ठाकुर, डॉ. रामगोपाल शर्मा , मनोज पुंडीर , हरिंद्र सिंह ,  दर्शन सिंह पुंडीर , योगराज  चौहान , वरुण चौहान , देवेंद्र शर्मा समेत अन्य मौजूद रहे।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow