एचपीयू में एकतरफा कार्रवाई कर रहा पुलिस प्रशासन , खुले घूम रहे हमला करने वाले एसएफआई कार्यकर्ता : नैंसी अटल 

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस प्रशासन को एचपीयू में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के ऊपर हो रही एकतरफा कार्यवाही को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। बता दें कि पिछले कुछ दिनों में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंदर एसएफआई के गुंडों द्वारा तेजधार हथियारों के साथ अभाविप के कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया, तब से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।

Mar 13, 2025 - 18:58
Mar 13, 2025 - 19:17
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एचपीयू में एकतरफा कार्रवाई कर रहा पुलिस प्रशासन , खुले घूम रहे हमला करने वाले एसएफआई कार्यकर्ता : नैंसी अटल 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  13-03-2025
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस प्रशासन को एचपीयू में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के ऊपर हो रही एकतरफा कार्यवाही को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। बता दें कि पिछले कुछ दिनों में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंदर एसएफआई के गुंडों द्वारा तेजधार हथियारों के साथ अभाविप के कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया, तब से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। विद्यार्थी परिषद की प्रदेश मंत्री कुमारी नैंसी अटल ने बताया कि इस घटनाक्रम में पुलिस प्रशासन लगातार एकतरफा कार्यवाही कर रहा है और एस.एफ.आई के गुंडे खुलेआम घूम रहे हैं। 
नैंसी अटल ने कहा कि हैरानी का विषय तो यह है कि हिंसा की शुरुआत करने वाली एसएफआई ने हिंसा करने के तुरंत बाद मीडिया का सहारा लेकर जनता के बीच संवेदनाएं जुटाने का प्रयास किया। इस से यह स्पष्ट होता है कि एस.एफ.आई ने हमले की पूर्व योजना बनाई हुई थी। एस.एफ.आई और अभाविप के आपस में विचारधारा को लेकर सदैव से मतभेद रहे हैं। एक और अभाविप स्वामी विवेकानंद जी के विचारों की बात करती है तो दूसरी ओर एस.एफ.आई मार्क्स, लेनिन, स्टालिन और माओवादी विचारकों को अपना आदर्श मानती आई है। जिस मार्क्स को एसएफआई अपना आदर्श मानती है उसने अपने विचारों में स्पष्ट रूप में लिखा है कि क्रांति खून के बिना नहीं लाई जा सकती। 
ऐसे में हिंसक विचारधारा किस छात्र संगठन की है यह हिमाचल प्रदेश की जनता भली भांति जानती है। दूसरी और विद्यार्थी परिषद स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श मानते हुए राष्ट्र हित में वर्ष 1949 से ही कार्यरत है। विश्वविद्यालय के अंदर जब भी तनावपूर्ण स्थिति पैदा हुई है इसका कारण एस.एफ.आई ही रही है। आज जहां एक तरफ कुछ गिने चुने राज्यों को छोड़कर देश ने मार्क्स के विचारों को नकार दिया है वहीं एसएफआई कुछ परिसरों में अपनी अंतिम सांसे गिनते हुए हिंसा का सहारा लेकर जीवित है। इसका जीता जागता उदाहरण हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय है। 
जहां एसएफआई अपने हिंसक रुख को बरकरार रखे हुए है और विद्यार्थी परिषद की छवि को प्रदेश में धूमिल करने का कार्य करती है। एस.एफ.आई जैसे छात्र संगठन का कोई उद्देश्य नहीं है, इसका केवल मात्र उद्देश्य राष्ट्र के पुनर्निर्माण में कार्यरत छात्र संगठनों को हिंसा के जरिए परेशान करना है। हिमाचल प्रदेश में जहां जहां एस.एफ.आई है हिंसा केवल उन्हीं परिसरों में देखी जा सकती है। नैंसी अटल ने पुलिस प्रशासन से अपील की है कि एक तरफा कार्यवाही ना करते हुए पुलिस प्रशासन एस.एफ.आई के गुंडों पर भी सख्त से सख्त कार्यवाही करे व एस.एफ.आई जैसे हिंसक छात्र संगठन पर नकेल कसने का कार्य करे।

 

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