हिमाचल की करीब 270 कंपनियों पर पड़ेगा अमेरिका की ओर से फार्मा उद्योग पर टैरिफ लगाने का सीधा प्रभाव
अमेरिका की ओर से फार्मा उद्योग पर टैरिफ लगाने की स्थिति में हिमाचल की करीब 270 कंपनियों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। हिमाचल में करीब 650 फार्मा कंपनियां काम कर रही

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 13-04-2025
अमेरिका की ओर से फार्मा उद्योग पर टैरिफ लगाने की स्थिति में हिमाचल की करीब 270 कंपनियों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। हिमाचल में करीब 650 फार्मा कंपनियां काम कर रही हैं। इनमें से 270 कंपनियां अपने उत्पाद निर्यात करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन में गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस (जीएमपी) प्रमाणित हैं।
हिमाचल से सालाना करीब 10,000 करोड़ की दवाएं निर्यात होती हैं। इस समय भारत से अमेरिका निर्यात होने वाली दवाओं पर कोई टैरिफ नहीं लगता।हालांकि अमेरिका से आयात होने वाली दवाओं पर भारत 10 फीसदी टैरिफ लगाता है। बद्दी में घरेलू और बहुराष्ट्रीय कंपनियों की निर्माण इकाइयां हैं। देश में कुल दवा निर्माण का करीब 35 फीसदी हिमाचल में तैयार होता है।
शुरूआत में राष्ट्रपति ट्रंप ने जब रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की तो फार्मास्यूटिकल्स, कॉपर, सेमीकंडक्टर, लकड़ी, बुलियन, एनर्जी और कुछ मिनरल को टैरिफ से छूट दी, क्योंकि यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं।
रेसिप्रोकल टैरिफ में फार्मास्यूटिकल्स को राहत इसलिए मिली क्योंकि आयातित दवाएं, विशेष रूप से भारत से आने वाली जेनेरिक दवाएं, अमेरिकी हेल्थ सिस्टम की लागत को कम रखने में मदद करती हैं। हिमाचल के फार्मा उद्योग संचालक अमेरिका के रुख पर नजर बनाए हैं।
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