यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर 26-10-2024
प्राकृतिक खेती को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने और इस विधि से तैयार फसलों को अच्छे दाम प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा की गई विशेष घोषणा पर कार्य आरंभ कर दिया गया है। जिला हमीरपुर में प्राकृतिक खेती से उगाई गई मक्की की फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य 30 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदने की प्रक्रिया शुक्रवार से आरंभ कर दी गई। पक्का भरो स्थित खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति के स्टोर के परिसर में मक्की की खरीद के शुभारंभ अवसर पर उपायुक्त अमरजीत सिंह भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस अवसर पर किसानों को संबोधित करते हुए अमरजीत सिंह ने कहा कि खेती में रासायनिक खाद और जहरीले कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग के कई दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। इसको देखते हुए प्रदेश सरकार बड़े पैमाने पर प्राकृतिक खेती को प्रेरित एवं प्रोत्साहित कर रही है। प्राकृतिक खेती में रासायनिक खाद और जहरीले कीटनाशकों का प्रयोग नहीं किया जाता है। इस विधि से तैयार फसलें जहां सेहत के लिए सुरक्षित एवं पौष्टिक होती है, वहीं इससे पर्यावरण का संरक्षण भी होता है। उपायुक्त ने बताया कि प्राकृतिक खेती से तैयार फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य बन गया है।
प्रदेश सरकार ने ऐसी फसलों के लिए ऊंचे दाम निर्धारित किए हैं। इस विधि को अपनाकर किसान अपनी आय में अच्छी बढ़ोतरी कर सकते हैं। उपायुक्त ने किसानों से आग्रह किया कि वे सामूहिक रूप से खेती करें तथा इसके लिए समूहों का गठन करें। इससे उनकी फसलों के विपणन में आसानी होगी तथा उन्हें अच्छे दाम मिलेंगे। इस अवसर पर उपायुक्त का स्वागत करते हुए कृषि विभाग की आत्मा परियोजना के परियोजना निदेशक डॉ. नितिन शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार की घोषणा के अनुसार जिला हमीरपुर में प्राकृतिक खेती से तैयार मक्की की फसल को 30 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीदा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि आम तौर पर मक्की के दाम 18 से 20 रुपये प्रति किलोग्राम रहते हैं, लेकिन प्राकृतिक खेती से उगाई गई मक्की को 30 रुपये में खरीदा जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहले दिन जिला के किसानों से लगभग 51.66 क्विंटल मक्की खरीदी गई। इस अवसर पर जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक अरविंद शर्मा, आतमा के उप परियोजना निदेशक डॉ. राकेश धीमान और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।