यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 12-08-2025
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि जो लोग संविधान की दुहाई देते हैं, वही आज उसकी मूल संस्थानों को कमजोर करने का षड्यंत्र रच रहे हैं। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह और कांग्रेस पार्टी चुनाव आयोग जैसी निष्पक्ष संस्थान पर निराधार आरोप लगाकर देश में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। विशेष संशोधित मतदाता सूची (एसआईआर) जैसी नियमित प्रक्रिया को राजनीतिक हथियार बनाकर, यह लोग घुसपैठियों के पक्ष में वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। सच्चाई यह है कि उनके मन में पीड़ा है कि उनके खानदान के बाहर सत्ता कैसे चली गई।
बिंदल ने कहा कि इंडी गठबंधन के लोग और विशेषकर कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी आए दिन संविधान की दुहाई देते हैं, इन दिनों देश देख रहा है कि सबसे अधिक संविधान-विरोधी कार्य अगर कोई कर रहा है, तो राहुल गांधी उसके सरगना हैं। कांग्रेस पार्टी की दिशाहीनता, उनकी दुविधा बन चुकी है। एसआईआर पहली बार नहीं हो रहा है, हर एक राज्य में राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव आयोग की यह एक नियमित प्रक्रिया है। आजादी के बाद मतदाता सूची को परिष्कृत करने और व्यवस्थित करने के लिए चुनाव आयोग की एक स्वतंत्रत और निरंतर प्रक्रिया है। कांग्रेस पार्टी पहले ईवीएम के ऊपर झूठ बोलती है, कभी महाराष्ट्र की बात उठाती है, कभी हरियाणा की बात उठाती है और झूठ का एक नया पहाड़ खड़ा करती है।
आज तो कांग्रेस के नेता हिमाचल प्रदेश में हुए लोकसभा चावन को भी झूठा करार दे रहे हैं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री दोनों एक कदम ताल में केंद्रीय कांग्रेस पार्टी द्वारा भेजे गए नॉरेटिव को जनता के बीच रखने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विशेषकर 2014, 2019 और 2024 में कांग्रेस पार्टी अनेक राज्यों में निरंतर पराजय के कारण एक निराशा की स्थिति में पहुंच चुकी है। उनका कोई स्पष्ट मुद्दा नहीं है, कोई नीति नहीं है, एक रिएक्शनरी फोर्स के नाते ये लोग अपने राजनीतिक कार्यक्रम बना रहे हैं।
पहले कांग्रेस ने ईवीएम को मुद्दा बनाया, फिर राफेल पर झूठ बोला, फिर सीमा पर चीन के साथ हमारे विवाद में चीन का साथ दिया। भारत की सेना और भारत की सम्प्रभुता पर इन्होंने प्रश्न उठाया, जिसके बारे में न्यायपालिका ने शायद ही आजाद भारत में किसी राजनीतिक व्यक्तित्व पर इतनी कटु टिप्पणी दी होगी कि आखिर बताइए, आप हैं किसके साथ? जनता देख रही है और आपका जनाब सुनना चाहती है।