यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला 01-11-2025
धर्मशाला से जारी बयान में पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री कांगड़ा के मुद्दों का समाधान करें और विकास की पटरी से उतर रहे प्रदेश का ध्यान रखें। एक के बाद एक कई डेडलाइन समाप्त हो गई लेकिन केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला का कैंपस निर्माण का रास्ता साफ नहीं हो पाया। इसलिए प्रमुखता के आधार पर धर्मशाला कैंपस के निर्माण का रास्ता साफ करें। सुक्खू सरकार ने अपने आधा से ज्यादा समय प्रदेश के लोगों को मुद्दों को अनदेखा करने में गुजार दिया है। आगे का समय सरकार अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन और गारंटियों को पूरा करने में लगाएगी तो बहुत मेहरबानी होगी। मात्र 30 करोड़ रुपए सरकार द्वारा न दिए जाने की वजह से धर्मशाला में सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कैंपस का निर्माण कार्य रुका पड़ा है।
यह कार्य रोकने के पीछे उनकी क्या मंशा है, यह प्रदेश के लोग जानना चाहते हैं। इस कैंपस निर्माण से धर्मशाला और आसपास के क्षेत्रों के विकास को एक नया आयाम मिलेगा। मुख्यमंत्री सिर्फ कांगड़ा को पर्यटन राजधानी घोषित करने की झूठी घोषणा करते हैं जबकि धर्मशाला के विकास में और चार चांद लगाने वाली परियोजनाओं को रोक कर रखते हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री कांगड़ा में पूर्व सरकार द्वारा शुरू करवाए गए कामों को प्रमुखता के आधार पर आगे बढ़ाएं जिससे उनके निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो सके। पूर्व सरकार की सारी योजनाओं का बजट डाइवर्ट करने से लेकर अन्य प्रकार से सरकार में अड़ंगे लगाएं , जिसकी वजह से जो काम अब तक पूर्ण हो जाने चाहिए थे वह शुरू भी नहीं हो पाए। इसी के साथ ही सरकार द्वारा भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के क्षेत्रों में भेदभाव किया जा रहा है। एक सरकार के रूप में अन्य पार्टी द्वारा जीते गए क्षेत्र में विकास कार्य को रोकना या प्रभावित करना सर्वथा अनुचित है।
इसलिए सरकार प्रदेश के लोगों को इस आधार पर प्रताड़ित करना बंद करें। हिमाचल प्रदेश में ज्यादातर विकास के कार्य केंद्र द्वारा प्रायोजित योजनाओं के जरिए ही हो रहे हैं। ऐसे में क्षेत्र विशेष के साथ सरकार का यह भेदभाव अनैतिक है। इसलिए ऐसा करना प्रदेश और प्रदेशवासियों के हित में नहीं है। नेता प्रत्यक्ष आज आज कांगड़ा में आयोजित 46वें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत अधिवेशन में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि यह अधिवेशन युवाओं में संगठन, राष्ट्रवाद और सेवा भावना को और अधिक सशक्त बनाने का मंच है।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार जी एवं कार्यक्रम अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. क्षमा मैत्रेय जी का प्रेरणादायी मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। उनके विचारों ने न केवल युवाओं को दिशा दी, बल्कि समाज और राष्ट्र निर्माण में विद्यार्थी शक्ति की भूमिका को भी और अधिक स्पष्ट किया। एबीवीपी के इस प्रांत अधिवेशन से निश्चित ही नई ऊर्जा और उत्साह के साथ संगठन को और मजबूती मिलेगी। इस मौके पर उनके साथ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तमाम पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।