यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 04-08-2025
आज हिमाचल निर्माता डॉ वाई एस परमार की 119वीं जयंती है और आज उन्हें पूरे प्रदेश भर में याद किया जा रहा है। हिमाचल निर्माता के गृह जिला सिरमौर में भी आज विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित हो रहे है। जिला मुख्यालय नाहन में भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हिमाचल निर्माता डॉ वाईएस परमार की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया। मीडिया से बात करते हुए डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि डॉ वाई एस परमार वह शख्सियत थे। उन्होंने हिमाचल के भविष्य की नींव रखी और हिमाचल कैसा हो इसे लेकर न केवल कल्पना की , बल्कि हिमाचल को उस दिशा में लगातार आगे बढ़ाया।
साथ ही हिमाचल शिक्षित हो और हिमाचल शिक्षा के माध्यम कैसे आगे बड़े इस दिशा में उन्होंने महत्वपूर्ण कदम उठाए और अन्य जो भी सरकार सत्ता में आई उन्होंने भी इसमें बहुमूल्य योगदान दिया। उन्होंने कहा कि डॉ परमार ने हिमाचल की सांस्कृतिक विरासत और धरोहरों को सुरक्षित करने की योजना बनाई और उसी का परिणाम है कि आज हिमाचल की लोक संस्कृति पूरे देश में अपना एक अलग विशेष स्थान रखती है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में सड़कों का निर्माण और आगमन के कम संसाधन होते थे और मौजूदा समय की बात करें तो हिमाचल में करीब 40 हजार किलोमीटर सड़कें बनी हुई है जिसमें से 20 हजार किलोमीटर सड़कों का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत हुआ है और यह सब डॉक्टर ए एस परमार द्वारा जो दिशा निर्धारण किया गया था उस निर्धारण के ऊपर आगे बढ़ रहा है।
जिला मुख्यालय नाहन में कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ डॉ परमार प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे विधायक अजय सोलंकी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के निर्माण में डॉक्टर परमार का विशेष योगदान रहा है। यही कारण है कि हिमाचल की गणना आज देश के अग्रणी राज्य में होती है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर परमार नेता के साथ-साथ एक समाजसेवी भी थे जिन्होंने समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए काम किया। उन्होंने कहा कि डॉ परमार के प्रयासों ने भूमिहीन लोगों को भूमि का मालिक बनाया साथ ही हिमाचल में धारा 118 को लागू किया , जिसने हिमाचल प्रदेश के किसानों की जमीन की रक्षा की। उन्होंने कहा कि डॉक्टर परमार सड़कों को जीवन की भाग्य रेखाएं कहा करते थे और उन्होंने पूरे प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया।