युवाओं को विदेशों में सुरक्षित रोजगार से जोड़ेगी हिमाचल सरकार : उपमुख्यमंत्री
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा हिमाचल सरकार युवाओं को विदेशों में सुरक्षित रोजगार से जोड़ेगी। ऐसे समय में जब वैश्विक स्तर पर रोजगार के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा लगातार बढ़ रही है, हिमाचल सरकार ने यह सुनिश्चित करने की दिशा में निर्णायक पहल
यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना 27-10-2025
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा हिमाचल सरकार युवाओं को विदेशों में सुरक्षित रोजगार से जोड़ेगी। ऐसे समय में जब वैश्विक स्तर पर रोजगार के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा लगातार बढ़ रही है, हिमाचल सरकार ने यह सुनिश्चित करने की दिशा में निर्णायक पहल की है कि प्रदेश के युवाओं को विदेशों में सुरक्षित, कानूनी और भरोसेमंद माध्यमों से रोजगार मिल सके।
उन्होंने कहा कि अब प्रदेश सरकार स्वयं जिम्मेदारी लेकर युवाओं को विदेश भेजने की पूरी प्रक्रिया को व्यवस्थित और पारदर्शी बनाएगी, ताकि किसी को भी ठगी, धोखे या असुरक्षा की स्थिति का सामना न करना पड़े। यह कदम प्रदेश सरकार की ‘हर युवा को हुनर, हर हुनर को अवसर’ की प्रतिबद्धता का सुफल है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल सरकार युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है और यह पहल उसी दिशा में एक ठोस कदम है। उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत विदेशों में उपलब्ध विभिन्न ट्रेडों में नौकरियों की मांग के अनुसार युवाओं का चयन किया जाएगा, ताकि कौशल और अवसर का सही समन्वय सुनिश्चित हो सके।
उल्लेखनीय है कि यह कार्यक्रम श्रम, रोजगार एवं ओवरसीज प्लेसमेंट विभाग और राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। यह इस कड़ी का दूसरा आयोजन था, पहले 9 अक्तूबर को हमीरपुर में ड्राइव शुरू हुई थी।
पालकवाह में ट्रेलर चालक के 100 पदों के लिए प्रदेशभर से 457 युवाओं ने भाग लिया। अभ्यर्थियों की अंग्रेज़ी कौशल क्षमता का परीक्षण पालकवाह सभागार परिसर एवं ड्राइविंग टेस्ट कांगड़ मैदान में लिया गया। चयनित अभ्यर्थियों को दुबई के जेबेल अली पोर्ट में नियुक्ति मिलेगी। उन्हें 2,250 यूएई दिरहम (लगभग 52,000 रुपये) मासिक वेतन, आवास, ओवरटाइम और अन्य भत्तों की सुविधा मिलेगी।
उपमुख्यमंत्री ने सांकेतिक रूप से चार चयनित युवाओं को प्रोविजनल ऑफर लेटर भी प्रदान किए। अग्निहोत्री ने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब विदेश में रोजगार दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी होती थी। माता-पिता अपने जीवन की गाढ़ी कमाई खर्च कर बच्चों को भेजते थे, पर अवैध और जालसाजी से ठगे जाते थे। अब हिमाचल सरकार ने तय किया है कि युवाओं को सुलभ, सस्ता और कानूनी तरीके से भेजा जाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने कहा यह सरकार का सबसे सुरक्षित, कानूनी और पारदर्शी तरीका है, जिससे हिमाचल के युवा अपनी स्किल के अनुसार विदेश में रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। विदेशों में स्किल की मांग है और हिमाचल प्रदेश के युवा इससे लाभान्वित होंगे। इस पहल से रोजगार कार्यालय की कार्यप्रणाली में नवाचार आएगा और युवाओं को हर संभव सहायता मिलेगी।
अग्निहोत्री ने विभाग से इस अभियान को और विस्तारित करने तथा युवाओं की हर संभव मदद सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया। उन्होंने युवाओं से ऑनलाइन ठगी से सावधान रहने और डेटा सुरक्षा के प्रति सतर्कता बरतने का भी आह्वान किया।
कार्यक्रम में प्रदेश के लेबर कमिश्नर डॉ. रविंद्र शर्मा ने बताया कि यह पहली बार है जब प्रदेश सरकार ने युवाओं को विदेश भेजने के लिए औपचारिक नीति बनाई है। विदेश मंत्रालय द्वारा निर्धारित फीस के अनुसार युवाओं को बाहर भेजा जाएगा।
विदेश में अलग-अलग ट्रेडों में नौकरियों की डिमांड के अनुसार चयन होगा। हमीरपुर में आयोजित पहले कैंप में 29 उम्मीदवारों का चयन हुआ और उनका वीज़ा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उन्हें जल्द ही विधिवत रूप से विदेश रवाना किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि विदेश में भेजे गए युवाओं को कोई कठिनाई या ठगी न हो। इसके लिए डेडिकेटेड हेल्पलाइन स्थापित की जा रही है। राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स निगम एक सॉफ्टवेयर भी विकसित कर रहा है, जिससे युवा अपनी शिकायतें और समस्याएं सीधे साझा कर सकेंगे।
लेबर कमिश्नर ने बताया कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा और भविष्य में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आयोजित किया जाएगा। विदेश में मांग वाले 30 प्रमुख ट्रेडों की जानकारी विभाग के पोर्टल पर उपलब्ध है। इच्छुक युवा वहां पंजीकरण करवा सकते हैं। कैंप के समय उन्हें फोन के माध्यम से भी सूचित किया जाएगा।
इस अवसर पर जिला श्रम एवं रोजगार अधिकारी अक्षय शर्मा ने सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम में एसडीएम हरोली विशाल शर्मा सहित अन्य अधिकारी और बड़ी संख्या में प्रदेशभर से आए अभ्यर्थी और स्थानीय युवा उपस्थित रहे।
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