अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रांत कार्यकारिणी बैठक पालमपुर के आधारशिला विद्यालय में संपन्न
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रांत कार्यकारिणी बैठक पालमपुर के आधारशिला विद्यालय में संपन्न हुई। प्रांत मंत्री नैंसी अटल ने बताया कि यह बैठक 11 जुलाई की शाम को शुरू हुई एवं 13 जुलाई दिन तक चली

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 16-07-2025
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रांत कार्यकारिणी बैठक पालमपुर के आधारशिला विद्यालय में संपन्न हुई। प्रांत मंत्री नैंसी अटल ने बताया कि यह बैठक 11 जुलाई की शाम को शुरू हुई एवं 13 जुलाई दिन तक चली। जिसमें प्रदेश कार्यकारिणी के लगभग 110 सदस्य उपस्थित रहे। जिसमें 70 छात्र 15 छात्राएं, 23 अध्यापक एवं 2 अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
इससे पहले यह बैठक जनवरी माह को नालागढ़ में हुई थी जिसमें अभी तक होने वाले आंदोलनों एवं कार्यों की रूप रेखा तैयार की गई थी। वैसे ही पालमपुर की इस प्रांत कार्यकारिणी बैठक में अभी तक हुए आंदोलनों एवं विद्यार्थी परिषद द्वारा किए कार्यों की समीक्षा की गई
ऐसे ही आने वाले समय में विद्यार्थी परिषद प्रदेश भर में क्या आंदोलन एवं कार्य करने वाली है इसकी भी बैठक में रूपरेखा तैयार की गई। जिसमें छात्र संघ चुनाव की बहाली के लिए आंदोलन। शिक्षण संस्थानों में राजनीतिक हस्तक्षेप के विरोध में आंदोलन। प्रदेश सरकार द्वारा स्कूल एवं महाविद्यालय स्तर के शिक्षण संस्थानों को बंद करने के खिलाफ आंदोलन जैसे मुद्दों पर चर्चा कर रूपरेखा तैयार की गई।
ऐसे ही इस वर्ष हुई भारी बरसात की वजह से मंडी में हुई प्राकृतिक त्रासदी में भी विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता दिन रात जन सेवा कार्यों में लगे हुए हैं। एवं जब तक प्रभावित क्षेत्रों में स्थितियां ठीक नहीं हो जाती तब तक विद्यार्थी परिषद द्वारा वहां राहत सामग्री पहुंचाने जैसे अनेकों सेवा कार्यों में लगने की रूपरेखा भी तैयार की गई है।
इस बैठक में विद्यार्थी परिषद द्वारा "हिमाचल प्रदेश का वर्तमान परिदृश्य" एवं "हिमाचल प्रदेश का वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य" हेतु दो प्रस्ताव भी पारित किए गए हैं। जिसमें हिमाचल प्रदेश की एवं हिमाचल में शिक्षा की वर्तमान स्थिति के ऊपर गहरी चर्चा की गई।
विद्यार्थी परिषद का मानना है कि प्रदेश सरकार निरंतर एक के बाद एक छात्र विरोधी निर्णयों को लेने से बाज नहीं आ रही है जिससे दूर दराज के क्षेत्रों में पढ़ने वाले छात्रों को अनेकों समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला का भवन निर्माण अभी तक प्रतिक्षा में है।
सरदार पटेल विश्वविद्यालय की गिरती स्वायतता पर भी अभाविप गहरी चिंता व्यक्त करती है। सरदार पटेल विश्वविद्यालय अकादमिक एवं प्रशासनिक प्रक्रियाएं सुचारू रूप से काम नहीं कर पा रही जिससे यह अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है। कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर की 112 हैक्टेयर जमीन को प्रदेश सरकार द्वारा हस्तांतरित कर हड़पा जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय में चल रहे विभिन्न पाठ्यक्रम केवल अतिथि शिक्षकों के सहारे चल रहे हैं। अगर विद्यार्थी परिषद की प्रत्येक वर्ष होने वाली सदस्यता की बात की जाए तो हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विद्यार्थी परिषद ने एक बड़ा लक्ष्य लेकर नए सदस्य बनाने का लक्ष्य लिया है जो कि इस बार 1,67,090 रहने वाला है।
विद्यार्थी परिषद द्वारा सदस्य अभियान का पहला चरण जो कि स्कूली सदस्यता का तय किया गया था वह खत्म हो चुका है अब दूसरे चरण में विद्यार्थी परिषद महाविद्यालयों में अपनी सदस्यता अभियान शुरू करने वाला है जो कि 10 अगस्त से 25 अगस्त तक रहेगा। ऐसे हे व्यवसायिक सदस्यता जो तीसरे चरण में होने वाली है वह 15 अक्टूबर से 1 नवंबर तक रहेगी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा जिस तरह से प्रत्येक वर्ष पौधारोपण कार्यक्रम किए जाते है ठीक वैसे ही इस वर्ष भी पौधारोपण कार्यक्रमों को करने का निर्णय विद्यार्थी परिषद ने लिया है जो कि 1 अगस्त से 6 अगस्त तक प्रदेश के अलग - अलग जगहों पर चलने वाला है।
ऐसे ही हर वर्ष अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा स्कूली छात्रों के बौद्धिक विकास के लिए आयोजित की जाने वाली स्वामी विवेकानंद सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता भी इस वर्ष अक्टूबर माह में करवाई जाएगी। अगस्त माह में विद्यार्थी परिषद द्वारा प्रदेश में छात्रा सम्मेलन करने का भी निर्णय लिया गया है।
मंडी जिला में इस वर्ष सबसे अधिक नुकसान बादल फटने जैसी घटनाओं के कारण हुआ है। जिस प्राकृतिक त्रासदी की वजह से प्रभावित हुए लोगों की हर तरह से मदद करने के लिए विद्यार्थी परिषद की पूरी टीम दिन रात मंडी के प्रभावित क्षेत्रों में जुटी हुई है। प्राकृतिक त्रासदी से हुए नुकसान के तुरंत बाद ही विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता ग्राउंड में उतर कर वहां सेवा कार्य में लगे हुए हैं।
बैठक में हर तरीके से मदद करने के लिए विद्यार्थी परिषद ने 14 जुलाई से 24 जुलाई तक राहत कोष एकत्रित करने का निर्णय लिया एवं इन प्रभावित क्षेत्रों में नई टीमें सेवा कार्य के लिए भेजने का फैसला लिया है जिसमें वहां के प्रभावित लोगों के लिए चिकित्सा सुविधा, छात्रों के लिए परिषद की पाठशाला, प्रभावित घरों में श्रम कार्य एवं प्रत्येक तरह की मदद के लिए कार्यकर्ताओं को भेजने का फैसला लिया है।
विद्यार्थी परिषद जिन छात्र मांगों को लेकर आंदोलन चलाने वाली है। उसका जो रोड़मैप रहेगा उसमें 17 से 18 जुलाई को जिला स्तर पर प्रेस वार्ताएं होंगी। जिसके पश्चात 21 जुलाई को प्रदेश भर के महाविद्यालय में इकाई स्तर पर प्रधानाचार्य के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप जाएगा। उसके बाद प्रत्येक शिक्षण संस्थान में छात्रों के बीच हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा एवं पर्चा वितरण किया जाएगा।
28 जुलाई को इकाई स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। एवं 30 से 31 जुलाई को सांकेतिक भूख हड़ताल भी की जाएगी। इसके बाद जिला स्तर में धरना एवं जिला अधिकारी को ज्ञापन 2 अगस्त को सौंपा जाएगा।
विद्यार्थी परिषद की यह सभी मांगे एक आम छात्र की मांग है जो विद्यार्थी परिषद हमेशा एक आवाज बनकर प्रदेश सरकार एवं प्रशासन के सामने रखने का काम करती आई है यह मांगे अगर फिर भी पूरी नहीं होती तो विद्यार्थी परिषद इस आंदोलन को जारी रखने के लिए जो भी आंदोलनात्मक कदम या ठोस कदम उठाने पड़े वह विद्यार्थी परिषद उठाएगी एवं इन छात्र मांगों को पूरा करवाने से पीछे नहीं हटेंगी।
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