मंडी की ममता ने पारंपरिक व्यंजन को बनाया अंतरराष्ट्रीय पहचान, श्रीलंका में फूड फेस्टिवल के लिए मिला न्योता
हिमाचल प्रदेश के छोटी काशी मंडी का पारंपरिक व्यंजन सिड्डू अब केवल देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बना चुका है। यह स्थानीय स्वाद और संस्कृति का प्रतीक है, जो अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर लोगों को लुभा रहा
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 16-12-2025
हिमाचल प्रदेश के छोटी काशी मंडी का पारंपरिक व्यंजन सिड्डू अब केवल देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बना चुका है। यह स्थानीय स्वाद और संस्कृति का प्रतीक है, जो अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर लोगों को लुभा रहा है।
इसके चलते मंडी का सिड्डू अब ग्लोबल स्टार बन गया है, क्योंकि अब भारत देश के बाद अब श्रीलंका के प्रतिष्ठित फूड फेस्टिवल में भाग लेने का न्योता मिला है। इसमें छोटी काशी मंडी की निवासी ममता ने पारंपरिक व्यंजन सिड्डू को न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी लोकप्रिय बना दिया है। ममता, जो स्थानीय स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में आयोजित एकता पर्व में लोगों का मन मोहने के बाद अब राजधानी दिल्ली में अपनी पकवानों की धाक जमा ली है। दिल्ली में हाल ही में आयोजित राष्ट्रीय स्ट्रीट फूड महोत्सव में ममता के स्टाल पर ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ रही थी।
उनकी विशेष रेसिपीज़-मल्टीग्रेन, ड्राइफू्रट और चिकन सिड्डू ने लोगों को बार-बार आकर्षित किया। ग्राहक एक सिड्डू के लिए 250 रुपए तक देने को तैयार दिखाई दिए। ममता के हुनर को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पहचान मिलने लगी है।
उन्हें जल्द ही श्रीलंका के प्रतिष्ठित फूड फेस्टिवल में भाग लेने का न्योता मिला है। इससे न केवल ममता को बल्कि हिमाचल प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों को भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल रही है। हालांकि, सफलता के पीछे संघर्ष भी है।
हाल ही में आई आपदा में ममता ने अपना आशियाना खो दिया और वर्तमान में किराए के मकान में रह रही हैं, लेकिन उनके हौसले और स्वाद ने उन्हें लगातार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सफलता दिलाई है। ममता की मेहनत यह साबित करती है कि अगर हुनर और मेहनत हो, तो कोई भी पारंपरिक व्यंजन देश और दुनिया में पहचान बना सकता है।
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