दिवाली पर 6 लाख करोड़ का कारोबार , वोकल फॉर लोकल का दिखा असर , 100 में से 87 लोगों ने किया दिल जीतने वाला ये काम 

 इस दिवाली पर सामानों की बिक्री और सेवाओं को मिलाकर छह लाख करोड़ रुपए से अधिक के कारोबार का अनुमान है। व्यापारियों के अग्रणी राष्ट्रीय संगठन कैट की मंगलवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि दिवाली पर 5.40 लाख करोड़ रुपए के सामान और 65 हजार करोड़ की सेवा क्षेत्र की बिक्री हुई। कैट ने देशभर के 60 प्रमुख वितरण केंद्रों जिनमें सभी राज्यों की राजधानियां एवं टियर-2 और टियर-3 शहर शामिल हैं

Oct 21, 2025 - 18:26
Oct 21, 2025 - 18:34
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दिवाली पर 6 लाख करोड़ का कारोबार , वोकल फॉर लोकल का दिखा असर , 100 में से 87 लोगों ने किया दिल जीतने वाला ये काम 
न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली  21-10-2025
 इस दिवाली पर सामानों की बिक्री और सेवाओं को मिलाकर छह लाख करोड़ रुपए से अधिक के कारोबार का अनुमान है। व्यापारियों के अग्रणी राष्ट्रीय संगठन कैट की मंगलवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि दिवाली पर 5.40 लाख करोड़ रुपए के सामान और 65 हजार करोड़ की सेवा क्षेत्र की बिक्री हुई। कैट ने देशभर के 60 प्रमुख वितरण केंद्रों जिनमें सभी राज्यों की राजधानियां एवं टियर-2 और टियर-3 शहर शामिल हैं पर आधारित रिपोर्ट में कहा है कि इस वर्ष दिवाली पर देशभर में कुल बिक्री 6.05 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई। 
इसमें 5.40 लाख करोड़ रुपए का वस्तु व्यापार और 65 हजार करोड़ रुपए का सेवा व्यापार शामिल है। यह अब तक के देश के व्यापार इतिहास का सबसे बड़ा त्योहारी कारोबार है। दिल्ली की चांदनी चौक लोकसभा सीट से सांसद एवं कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल और “स्वदेशी दिवाली” के आह्वानों का असर देखा गया और 87 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने भारतीय वस्तुओं को विदेशी वस्तुओं के मुकाबले प्राथमिकता दी, जिससे चीनी उत्पादों की मांग में तेज गिरावट दर्ज की गयी। व्यापारियों ने बताया कि स्वदेश निर्मित वस्तुओं की बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में 25 प्रतिशत बढ़ी है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले साल दिवाली पर 4.25 लाख करोड़ रुपए का सामान बिका था। इस साल इसमें 25 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई जिसमें मुख्य रूप से गैर-कारपोरेट एवं पारंपरिक बाजारों ने कुल व्यापार में 85 प्रतिशत का योगदान दिया। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया ने बताया कि कुल बिक्री में किराना एवं एफएमसीजी उत्पादों का योगदान 12 प्रतिशत, सोना–चांदी का 10 प्रतिशत , इलेक्ट्रॉनिक्स एवं इलेक्ट्रिकल्स का आठ प्रतिशत , कंज्यूमर ड्यूरेबल्स का सात प्रतिशत , रेडीमेड परिधान का सात प्रतिशत , गिफ्ट आइटम का सात प्रतिशत , होम डेकोर का पांच प्रतिशत रहा। 
जबकि फर्निशिंग एवं फर्नीचर का पांच प्रतिशत , मिठाई एवं नमकीन का पांच प्रतिशत , वस्त्र का चार प्रतिशत , पूजन सामग्रियों का तीन प्रतिशत , फल एवं मेवे का तीन प्रतिशत , बेकरी एवं कन्फेक्शनरी का तीन प्रतिशत , फुटवियर का दो प्रतिशत तथा अन्य वस्तुओं का 19 प्रतिशत रहा। उन्होंने कहा कि सेवा क्षेत्र में 65,000 करोड़ रुपए के कारोबार में पैकेजिंग , आतिथ्य , टैक्सी सेवाएं , ट्रैवल , इवेंट मैनेजमेंट , टेंट एवं सजावट , मैनपावर और डिलीवरी जैसे क्षेत्रों में भी अभूतपूर्व गतिविधि रही।

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