स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए जाइका प्रोजेक्ट 90 फीसदी देने वाले केंद्र का नाम तक नहीं ले रही सरकार : जयराम ठाकुर

मंडी से जारी  बयान में पूर्व मुख्यमंत्री एवं में नेता प्रतिपक्ष से जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं की बहाली के लिए 1422 करोड़ रुपए के जाइका के प्रोजेक्ट को लेकर बहुत शोर डाला जा रहा है। लेकिन सरकार द्वारा यह नहीं बताया जा रहा है कि 1422 करोड़ रुपए का बड़ा हिस्सा केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।एक्सटर्नल ऐडेड प्रोजेक्ट में विदेशी संस्थाओं द्वारा दिए जा रहे कर्ज का 90 फीसदी हिस्सा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सरकार जमा करती है

Nov 4, 2025 - 20:01
Nov 4, 2025 - 20:20
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स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए जाइका प्रोजेक्ट 90 फीसदी देने वाले केंद्र का नाम तक नहीं ले रही सरकार : जयराम ठाकुर

यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी  04-11-2025
मंडी से जारी  बयान में पूर्व मुख्यमंत्री एवं में नेता प्रतिपक्ष से जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं की बहाली के लिए 1422 करोड़ रुपए के जाइका के प्रोजेक्ट को लेकर बहुत शोर डाला जा रहा है। लेकिन सरकार द्वारा यह नहीं बताया जा रहा है कि 1422 करोड़ रुपए का बड़ा हिस्सा केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।एक्सटर्नल ऐडेड प्रोजेक्ट में विदेशी संस्थाओं द्वारा दिए जा रहे कर्ज का 90 फीसदी हिस्सा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सरकार जमा करती है जबकि सिर्फ 10% कर्ज की धनराशि राज्य सरकार द्वारा जमा की जाती है। नाम मात्र का सहयोग देकर भी सुख की सरकार इस पूरे प्रोजेक्ट का जोर से प्रचार प्रसार कर रही है लेकिन केंद्र सरकार का जिक्र तक भी उनके इस प्रचार प्रसार में नहीं आ रहा है। न तो यह राजनीति की परिपाटी है और न ही यह सामान्य संस्कार कि राजनीति में और श्रेय लेने में हम सामान्य शिष्टाचार भी भूल जाए। सबसे हैरानी की बात तो यह है कि सरकार द्वारा यह कहा जा रहा है कि यह कर्ज है इसमें केंद्र सरकार का कोई योगदान नहीं। 
संघीय व्यवस्था में इस तरीके के बयान न तो लोकतंत्र के लिए अच्छा है, न ही प्रदेश के लिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि जब सरकार मानने को तैयार नहीं है तो जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी यानी जाइका के बारे में चीज स्पष्ट करनी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि 22 मई 2025 को मुख्यमंत्री केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा  से मिलकर जाइका के प्रोजेक्ट के के प्रोजेक्ट के अप्रूवल के संदर्भ में बात करते हैं। इस प्रपोजल की कुल कीमत 1442 करोड़ रुपए थी जिसमें से 1138 करोड़ रुपए एक्सटर्नल ऐड के रूप में दी जानी थी और 284 करोड़ रुपए राज्य सरकार द्वारा दिए जाने थे। 30 जून 2025 को यह प्रोजेक्ट जाइका के तहत 1138 करोड़ रुपए के लोन के लिए वित्त मंत्रालय  द्वारा अप्रूव किया गया। जाइका द्वारा दिए गए 1138 करोड़ रुपए के लोन का 90 प्रतिशत यानी 1024 करोड रुपए केंद्र सरकार द्वारा और 10% यानी 113 करोड़ रुपए राज्य सरकार द्वारा चुकाया जाएगा। केंद्र सरकार के इतने बड़े सहयोग के बाद भी राज्य सरकार द्वारा केंद्र के योगदान को नकारना हर लिहाज से बेशर्मी और शिष्टाचार रहित बर्ताव है। 
जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से जाइका द्वारा दिए जा रहे इस धनराशि का उपयोग हमीरपुर नाहन मंडी टांडा चंबा और  शिमला के मेडिकल कॉलेज में सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण और स्तरोन्नयन किया जाएगा। हमीरपुर टांडा शिमला नियर चौक मेडिकल कॉलेज में 3 टेस्ला एमआरआई मशीन लगाई जाएगी। मंडी और चंबा में लिनन एक मशीन लगाई जाएगी। मेडिकल कॉलेज में रोबोटिक सर्जरी इक्विपमेंट खरीदे जाएंगे। हमीरपुर में 300 करोड़ रुपए से कैंसर हॉस्पिटल बनाया जाएगा। प्रदेश में 67 स्थान पर आदर्श स्वास्थ्य संस्थान और स्वास्थ्य सुविधाओं का डिजिटाइजेशन होगा। जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार 3 साल से जिन सुविधाओं को शुरू करने बहाल करने का ढोल पीट रही है और उसके विज्ञापन पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है उसका बहुत बड़ा हिस्सा केंद्र सरकार द्वारा ही वित्त पोषित किया जा रहा है। इसके बाद भी मुख्यमंत्री उनके मंत्रियों और कांग्रेस के नेताओं द्वारा केंद्र सरकार के लिए आभार का एक शब्द न कहना पूर्णतया निराशाजनक और शर्मनाक है। मुख्यमंत्री को इसके लिए माफी भी मांगनी चाहिए और केंद्र सरकार का आभार आधिकारिक तौर पर जताना चाहिए। 
जयराम ठाकुर ने कहा कि सुंदर नगर में एक रेस्ट हाउस पर ठेकेदार द्वारा एक करोड़ का बकाया होने पर ताला मारने की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह प्रदेश  की बदनामी है। कभी किसी ऑफिस से ठेकेदार भुगतान न होने पर मेज कुर्सी और फर्नीचर उठा ले जा रहा है तो कभी पूरी बिल्डिंग में ही ताला मार दे रहा है। आखिर है कहां क्या इसी व्यवस्था परिवर्तन की बात हर दिन मुख्यमंत्री करते हैं जब उद्घाटन के लिए तैयार बिल्डिंगों पर ठेकेदार भुगतान न मिलने पर ताला लगाएगा। जयराम ठाकुर मंडी में आयोजित कार्यक्रम में डॉ चेतन सिंह गुलेरिया द्वारा लिखित पुस्तक अंत्योदय के व्यावहारिक प्रयोग का विमोचन किया। उन्होंने लेखक प्रकाशक को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पुस्तक पंडित जी के बारे में जन जन तक और जानकारियां, अंत्योदय के लक्ष्य और लाभ को पहुँचाने में सहायक होगी।उन्होंने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी राष्ट्रवादी चिंतक, संगठनकर्ता थे। उनका पूरा जीवन “एकात्म मानववाद” की विचारधारा पर आधारित था।आज भारत में “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” का जो मंत्र है, वह अंत्योदय के सिद्धांत का ही विस्तार है। दीनदयाल जी का सपना था ऐसा भारत जहां कोई भी भूखा , बेरोजगार या असहाय न रहे। मोदी जी उसी लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम किया।

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