बिना फिटनेस पासिंग, बिना रूट परमिट नियमों को ताक में रखकर स्कूली बच्चो को ले जा रही निजी बस जब्त
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सिरमौर सोना चंदेल ने बिना फिटनेस, बिना पासिंग और बिना रूट परमिट सड़क पर दौड़ रही "मीनू बस" सर्विस के नाम से निजी बस नंबर HP-71-1630 जब्त
यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 15-05-2025
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सिरमौर सोना चंदेल ने बिना फिटनेस, बिना पासिंग और बिना रूट परमिट सड़क पर दौड़ रही "मीनू बस" सर्विस के नाम से निजी बस नंबर HP-71-1630 जब्त कर ली है। हादसों पर लगाम को लेकर लेडी सिंगम आरटीओ सिरमौर सोना चंदेल की पैनी नजर यही से देखी जा सकती है कम स्टाफ के बाबजूद भी उन्हें सिरमौर के चारो तरफ का ध्यान रहता है कि जिला में कहा क्या चल रहा है उसी कड़ी के चलते आज एक बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया है |
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी की टीम ने जिला सिरमौर राजगढ़ के अंतर्गत बड़ू साहिब क्षेत्र में दबिश दी। जहा बहुत बड़ा निजी बस ऑपरेटर स्कूल के मासूम विद्यार्थियों की जिंदगी को खतरे में डालकर बिना दस्तावेजो के नियमों को ताक में रख कर बस को चला रहा था। इस बड़ी कार्रवाई के बाद स्कूल प्रबंधन जिन्होंने बस को बिना फिटनेस, बिना परमिशन के हायर किया था उन पर भी सवालिया निशान पैदा हो गए है।
वही इस दबिश के बाद समस्त निजी बस ऑपरेटरो के भी हाथ-पांव फूल गए हैं। विभाग ने साफ किया है कि बसों की जांच का यह क्रम भविष्य में भी जारी रखा जाएगा | उधर मामले के लेकर उपनिदेशक उच्च शिक्षा सिरमौर डॉ. हमीन्दर बाली बोले की प्रिंसिपल को बकायादा ऑडर किए गए है।
आरटीओ की बस फिटनेस सार्टिफेकेट लेकर ही बच्चो को सफर करवाए, अगर इस मामले से जुडा प्रिंसीपल किसी प्रकार की कोताही बरती होंगी तो विभाग की तरफ से नोटिस जारी करके कार्यवाही अमल मे लाई जाएगी | प्रदेश सरकार जहा एक तरफ स्कूली बच्चों के लिए बड़ी बड़ी योजनाएं बना बच्चो की बेहतरी व भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है।
वही निजी बस ऑपरेटर चंद लाभ के मासूम बच्चों के जीवन से खिलबाड़ कर रहा था | गनीमत यह रही की कोई हादसा नहीं हुआ | जबकि सूत्रों की माने तो तीन दिनों से तो निजी बस ऑपरेटर यही रोजाना अलग-अलग बच्चो को तीन दिवसीय ऑन-जॉब ट्रेनिंग कार्यक्रम के लिए ला रहा था |
मामले को लेकर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सोना चंदेल का कहना है कि इस ऑपरेटर का परमिट रद्द करने की भी सिफारिश की जाएगी | उन्होंने कहा की स्टाफ की कमी होने पर जिला भर मे करवाही करना बहुत मुश्किल कार्य है लेकिन सभी को अपनी जिम्मेवारी का एहसास के चलते स्कूल के स्टाफ को चाहिए की कम से कम जिस बस को हायर कर रहे है उसका फिटनेस सर्टिफिकेट तो चेक करना चाहिए ताकि बच्चो का सफर मंगलमय हो...
सोना चंदेल का कहना था की सरकार की गाइड लाइन के अनुसार उनके व पुलिस द्वारा जागरूकता शिविर लगाए जाते है लेकिन उसके बाबजूद ऐसी घटनाओ को अंजाम बहुत ही निंदनीय है |
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सिरमौर की अगुवाई में टीम ने बस रोका और चालक-परिचालक से जरूरी दस्तावेज मांगे। चालक-परिचालकों ने दस्तावेज नही दिखा पाए क्योंकि रिकार्ड के मुताबिक बस की फिटनेस खत्म थी व इसलिए मौके पर ही बस को इम्पोउंड करना पड़ा |
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