यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 02-11-2024
सरकार ने घोषणा की थी कि इस दिवाली पर कर्मचारियों व पेंशनरों को 28 अक्टूबर को वेतन व पेंशन दी जाएगी , लेकिन घोषणाओं के बावजूद भी एचआरटीसी पेंशनर्स को न तो 28 अक्तूबर को पैंशन मिली और न ही दीवाली के बाद अभी तक पेंशन जारी हुई है, जिससे निगम के 7,500 पैंशनरों में रोष व्याप्त है। पेंशनरों ने संयुक्त बयान में कहा कि एक ओर निगम प्रबंधन दावा कर रहा है कि निगम को दीवाली के दौरान करोड़ों की कमाई हुई है। अगर ऐसा है तो निगम पेंशनरों को पेंशन के लिए क्यों मोहताज किया जा रहा है।
पथ परिवहन पेंशनर्स कल्याण संगठन हिमाचल प्रदेश के राज्य प्रधान राजेंद्र ठाकुर , प्रदेशाध्यक्ष केसी चौहान व प्रदेश महासचिव सुरेंद्र गौतम ने कहा कि दीवाली खत्म हो गई और भाई दूज का त्यौहार भी आ गया है, लेकिन अभी तक पेंशन खातों में नहीं डाली गई है। उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों से जानकारी मिली कि निगम को दिवाली के मौके पर करोड़ों की कमाई हुई है। यह अच्छी बात है , लेकिन उम्र के इस पड़ाव में पेंशनरों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब पेंशनर्ज पेंशन को लेकर अधिक इंतजार नहीं करेंगे और आंदोलन की रणनीति तैयार करेंगे।
उम्र के इस पड़ाव में प्रबंधन सड़कों पर उतरने को मजबूर कर रहा है। हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच के प्रदेशाध्यक्ष बलरामपुरी , महामंत्री रूप चंद व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बृज लाल ठाकुर ने संयुक्त बयान में कहा कि प्रबंधन व सरकार ने निगम के पेंशनरों के साथ धोखा किया है। बलरामपुरी ने कहा कि न तो दिवाली से पहले पेंशन व डीए की किस्त आई और न ही दीवाली के बाद और अब भाई दूज भी आने को है , लेकिन पेंशन खातों में नहीं आई है।
इससे पेंशनरों सहित उनके परिवार सदस्यों में भी रोष है। उन्होंने कहा कि एरियर की किस्त का इंतजार भी पेंशनर्ज कर रहे हैं, लेकिन वह भी सरकार जारी नहीं कर रही है। ऐसे में पेंशनरों में रोष है। उन्होंने कहा कि पेंशनरों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है, न ही वित्तीय लाभ मिल रहे हैं और न ही पैंशन। उन्होंने कहा कि यदि मांगों का हल समय नहीं हुआ तो पैंशनर कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाने से पीछे नहीं हटेंगे।