यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 17-11-2025
भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने संसदीय क्षेत्र का दौरा रोहड़ू विधानसभा से प्रारंभ किया। या दौरा केंद्रीय कार्यक्रम सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर पदयात्रा हेतु किया जा रहा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुरेश कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी देश और दुनिया का सबसे शक्तिशाली राजनीतिक दल बनकर उभरा है, जहां 2014 में पूरे देश भर में भाजपा के 1035 विधायक थे, 2020 में 1207 और अब 2025 में 1654 विधायक है। यह दिखाता है कि भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के नेतृत्व में किस प्रकार से आगे बड़ी और देश और विदेश में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी का ग्राफ तेजी से गिरता हुआ दिखाई दिया, जहां बिहार चुनाव में कांग्रेस पार्टी केवल 6 सीटों पर सिमटी दिखाई दी।
अगर हम बात करें तो 2024 के आम चुनाव में कांग्रेस पार्टी का वोट शेयर केवल मात्र 21% रह गया और वहीं भारतीय जनता पार्टी का 37% रहा, फर्क साफ है। काश्यप ने कहा कि हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव (2025) में, कांग्रेस पार्टी के प्रदर्शन को निराशाजनक रहा, जिसमें कांग्रेस ने केवल अनुमानित 8.7% वोट शेयर हासिल किया। भाजपा नेता सुरेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के मंत्री आज रोहड़ू विधानसभा क्षेत्र के दौरा करके गए, उनको हम बताना चाहते हैं कि अगर असलियत में इस क्षेत्र का किसी ने विकास किया तो वह जयराम ठाकुर सरकार ने किया। हमने रोहड़ू सिविल अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा प्रदान की , इसके अलावा, 20 बिस्तरों वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र संडासू को 50 बिस्तरों वाले सीएचसी में अपग्रेड किया गया। कुलगढ़ में हेलीपैड का निर्माण और समोली में मुख्यमंत्री लोक भवन में एक अतिरिक्त मंजिल का निर्माण, समरकोट और धामवाड़ी में उप-तहसीलें खोलने की घोषणा की गई, आईटीआई चिरगांव और आईटीआई डोडरा क्वार में नए ट्रेड शुरू किए गए।
उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरदार पटेल का मानना था कि इतिहास लिखने में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए; बल्कि इतिहास रचने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दृढ़ विश्वास सरदार पटेल की जीवन-गाथा में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। सरदार पटेल द्वारा अपनाई गई नीतियों और निर्णयों ने इतिहास में एक नया अध्याय लिखा। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे सरदार पटेल ने स्वतंत्रता के बाद 550 से अधिक रियासतों के एकीकरण के असंभव से लगने वाले कार्य को पूरा किया। 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का विचार सरदार पटेल के लिए सर्वोपरि था। यही कारण है कि सरदार पटेल की जयंती स्वाभाविक रूप से राष्ट्रीय एकता का एक भव्य उत्सव बन चुकी है। जिस प्रकार 140 करोड़ भारतीय 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हैं, उसी प्रकार एकता दिवस का महत्व भी अब उसी स्तर पर पहुंच गया है।