अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के चौथे दिन भगवान नरसिंह की निकली तीसरी जलेब यात्रा
डेढ़ घंटे की भगवान नरसिंह की जलेब यात्रा ढालपुर में सुरक्षा सूत्र बांध रही है। जलेब यात्रा के कुल्लू ही नहीं, बल्कि देश-दुनिया से आए लोग साक्षी बन रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के चौथे दिन भगवान नरसिंह की तीसरी जलेब यात्रा निकली

यंगवार्ता न्यूज़ - कुल्लू 06-10-2025
डेढ़ घंटे की भगवान नरसिंह की जलेब यात्रा ढालपुर में सुरक्षा सूत्र बांध रही है। जलेब यात्रा के कुल्लू ही नहीं, बल्कि देश-दुनिया से आए लोग साक्षी बन रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के चौथे दिन भगवान नरसिंह की तीसरी जलेब यात्रा निकली।
सैंज घाटी के सोने, चांदी के आभूषणों से सुसज्जित देवी-देवता भगवान नरसिंह के साथ ढालपुर की सुरक्षा सूत्र बांधने की परिक्रमा पर निकले। यहां देवसंगम का अद्भुत, अलौकिक और अनूठा नजारा देखकर बाहरी राज्यों से आए लोग भी भक्तिरस में डूब रहे हैं। रविवार को गड़सा घाटी के देवताओं ने यात्रा में भाग लिया।
यात्रा के सबसे आगे पुलिस जवान, फिर नरसिंह भगवान की घोड़ी, उसके पीछे यात्रा में शामिल देवी-देवताओं के बजंतरी और उसके पीछे नरसिंह भगवान की पालकी और दोनों तरफ देवता चलते हैं। राजा की चानणी से यह यात्रा शुरू हुई और अस्पताल गेट, पुराने एसबीआई मैदान से देवी-देवताओं के अस्थायी शिविरों के बीच से होकर पूरे ढालपुर से होते हुए पुन:राजा की चानणी के पास संपन्न हुई।
हर दिन अलग-अलग कोठी के देवी-देवता जलेब में शामिल होते हैं। नरसिंह भगवान की जलेब यात्रा में कोठी अनुसार देवी-देवता भाग लेते हैं। तीसरी जलेब यात्रा में सैंज घाटी के सात देवी-देवताओं ने भाग लिया। इनमें भृगु ऋषि आशणी, जमलू ऋषि हवाई, जमलू ऋषि सीस, जमलू ऋषि उड़सू, गौतम ऋषि मनिहार,लक्ष्मीनारायण जेष्ठा, नजां के देवता च्यवन ऋषि ने भाग लिया।
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