दिल्ली में बनने वाली है ट्रिपल इंजन की सरकार , आप के तीन पार्षदों ने थामा भाजपा का दामन
दिल्ली में विधानसभा चुनाव हारने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) को एक और बड़ा झटका लगा है। भाजपा द्वारा दिल्ली की सत्ता हासिल करने के बाद अब MCD को भी अपने कब्जे में लेने की कवायद तेज कर दी है। इसी कड़ी में AAP के तीन मौजूदा पार्षद बीजेपी में शामिल हो गए हैं। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने तीनों पार्षदों को पार्टी की सदस्यता दिलाई

न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली 15-02-2025
दिल्ली में विधानसभा चुनाव हारने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) को एक और बड़ा झटका लगा है। भाजपा द्वारा दिल्ली की सत्ता हासिल करने के बाद अब MCD को भी अपने कब्जे में लेने की कवायद तेज कर दी है। इसी कड़ी में AAP के तीन मौजूदा पार्षद बीजेपी में शामिल हो गए हैं। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने तीनों पार्षदों को पार्टी की सदस्यता दिलाई। जो पार्षद बीजेपी में शामिल हुए हैं उनमें एंड्रयूज गंज से पार्षद अनीता बसोया, आरके पुरम से पार्षद धर्मवीर और चपराना वार्ड 152 से पार्षद निखिल शामिल हैं। आम आदमी पार्टी के कई पार्षदों का भाजपा में शामिल होने से दिल्ली की सियासत में खासा बदलाव होने वाला है।
ऐसे में दिल्ली में भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार बनना तय हो गया है। माना जा रहा है कि मार्च के आखिर में होने वाले मेयर चुनाव में भाजपा का मेयर बनना तय माना जा रहा है। गौरतलब है कि अप्रैल में एमसीडी के महापौर पद का चुनाव होना है और भाजपा पूरजोर कोशिश कर रही है कि इस बार महापौर उसकी पार्टी का होगा। एमसीडी से महापौर का पिछला चुनाव नवंबर 2024 में हुआ था और उस समय ‘आप’ के महेश खिंची ने भाजपा के किशन लाल को तीन वोटों से हराया था। उस समय कुल 263 वोट डाले गए थे, जिनमें से खिंची को 133, श्री लाल को 130 वोट मिले थे, जबकि दो वोट अवैध घोषित हुए थे।
इस मौके पर सचदेवा ने कहा, “मैं तहे दिल से हमारे परिवार का हिस्सा बनने वालों का स्वागत करता हूं और बधाई देता हूं। दिल्ली में डबल इंजन वाली सरकार की लगातार चर्चा होती रही, लेकिन अब लोग कहने लगे हैं कि हमें ट्रिपल इंजन वाली सरकार चाहिए, क्योंकि हम सभी को मिलकर एक सुंदर, विकसित दिल्ली बनाना है। एक ऐसी दिल्ली जिस पर सभी दिल्लीवासी गर्व कर सकें और जहां रहने का आनंद ले सकें। बता दें कि दिल्ली नगर निगम में कुल 250 पार्षद की सीटें हैं, इनमें से 11 पार्षद सांसद और विधायक बन गए हैं।
इसके चलते अब निर्वाचित पार्षदों की संख्या घटकर 239 बची हैं। इसमें से 119 पार्षद आम आदमी पार्टी के हैं जबकि 113 पार्षद भाजपा के हैं। वहीं, 7 पार्षद कांग्रेस पार्टी के हैं। अभी तक बीजेपी और आम आदमी पार्टी में सिर्फ 6 सीटों का ही अंतर चल रहा था। लेकिन इन तीन पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने से आम आदमी पार्टी के पार्षदों की संख्या घटकर 116 रह गई है। यानी अब AAP और BJP में तीन सीटों का ही अंतर बचा है।
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