प्रदेश में उद्योगों को धारा 118 में बार-बार मंजूरी लेने की जरूरत नहीं : हर्षवर्धन चौहान
हिमाचल प्रदेश फार्मा उद्योग संघ के चेयरमैन सतीश सिंगला ने कहा कि प्रदेश में करीब 400 फार्मा उद्योग हैं। 150 उद्योग अनुपालन उद्योग नियमों के तहत चले हुए हैं। केंद्रीय सरकार संयुक्त उद्यम के साथ संयुक्त निरीक्षण में लाइसेंस देती है। फार्मा उद्योग 40,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध करवाता

यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 20-09-2025
हिमाचल प्रदेश फार्मा उद्योग संघ के चेयरमैन सतीश सिंगला ने कहा कि प्रदेश में करीब 400 फार्मा उद्योग हैं। 150 उद्योग अनुपालन उद्योग नियमों के तहत चले हुए हैं। केंद्रीय सरकार संयुक्त उद्यम के साथ संयुक्त निरीक्षण में लाइसेंस देती है। फार्मा उद्योग 40,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध करवाता है। एक लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार दे रहा है।
सम्मेलन में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने उद्यमियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि एमएसएमई को लेकर जल्द ही समस्याओं का समाधान किया जाएगा। नियमों में जो भी छूट होगी, वो भी दी जाएगी। कहा कि उद्योगों को धारा 118 में बार-बार मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होगी। इसके अलावा बिजली दरों को कम करने को लेकर भी बात की जा रही है।
हिमाचल से 10 हजार करोड़ का आयात किया जाता है। केंद्र की ओर से नए-नए नियम बनाए जा रहे हैं। इससे लगातार उद्योगों को फर्क पड़ रहा है। अभी 50 यूनिट के करीब बंद हो चुके हैं। आने वाले समय में यदि कोई बदलाव नहीं हुए तो डेढ़ साल के अंदर बहुत से उद्योग बंद हो जाएंगे।
परवाणू उद्योग संघ के महासचिव सार्थक तनेजा ने कहा कि एमएसएमई की स्थानीय चुनाैतियां हैं। उन्होंने परवाणू के उद्योगों पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश का सबसे पहला औद्योगिक क्षेत्र परवाणू है। उद्योग संघ ने ग्रेटर परवाणू का एक औद्योगिक विकास प्राधिकरण बनाया जाए ताकि उद्योग क्षेत्र को फायदा मिल सके। इससे उद्योग लगाने के लिए जमीन आसानी से मिल सकेगी।
बजट में आसानी होगी। इसी के साथ परवाणू में बाहरी राज्यों से कर्मचारी और प्रबंधक आते हैं लेकिन उन्हें टोल देना पड़ता है। इससे काफी दिक्कतें आ रही हैं। इसमें थोड़ी राहत देनी चाहिए। परवाणू को एनएच से कटे हुए काफी समय हो गया है। इसे कामली पुल के साथ जोड़ा जाए, लेकिन आज तक संभव नहीं हो पाया है।
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