जुन्गा से सटे कोटी क्षेत्र में करीब तीन दशकों से संचालित कृषि विक्रय केंद्र के बंद होने से स्थानीय किसानों में गहरा रोष
जुन्गा से सटे कोटी क्षेत्र में करीब तीन दशकों से संचालित कृषि विक्रय केंद्र के बंद होने से स्थानीय किसानों में गहरा रोष है। कोटी पंचायत के प्रधान रमेश शर्मा सहित कई किसानों ने बताया कि केंद्र बंद होने से क्षेत्र की सात पंचायतों कोटी, दरभोग, सतलाई, पीरन, बलोग, जनेडघाट और भरांडी के किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 11-12-2025
जुन्गा से सटे कोटी क्षेत्र में करीब तीन दशकों से संचालित कृषि विक्रय केंद्र के बंद होने से स्थानीय किसानों में गहरा रोष है। कोटी पंचायत के प्रधान रमेश शर्मा सहित कई किसानों ने बताया कि केंद्र बंद होने से क्षेत्र की सात पंचायतों कोटी, दरभोग, सतलाई, पीरन, बलोग, जनेडघाट और भरांडी के किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों ने बताया कि अब बीज और कृषि संबंधी उपकरण लेने के लिए उन्हें मशोबरा जाना पड़ेगा, जहां पहुंचने के लिए तीन बसें बदलनी पड़ती है और 120 किलोमीटर से अधिक का सफर तय करना होता है। इससे उनका समय और धन दोनों की हानि होती है।
प्रधान रमेश शर्मा ने बताया कि कोटी कृषि विक्रय केंद्र में कृषि प्रसार अधिकारी का पद वर्षों से रिक्त है। मशोबरा मुख्यालय से कर्मचारी सिर्फ कभी-कभार आकर किसानों को बीज उपलब्ध कराते रहे हैं। उनका कहना है कि मशोबरा ब्लॉक में केवल एक पद भरा गया है, जबकि बाकी सातों फील्ड केंद्रों पर कर्मचारी न होने के कारण ताले लगे हुए हैं।
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