हिमाचल में चल रहे नेशनल हाईवे के कार्यों के लिए उत्तराखंड सरकार के सचिव ने थपथाई पीठ

हिमाचल प्रदेश सहित पूरे देश में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया कई महत्वपूर्ण राजमार्गों का निर्माण कर रहा है। हिमाचल प्रदेश में  नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया परवाणू-शिमला, कीरतपुर-मनाली, शिमला-मटौर और मंडी-पठानकोट फोरलेन का निर्माण कर रहा है।  नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया द्वारा राजमार्ग के निर्माण कार्यों में कई प्रकार की अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है

Dec 4, 2025 - 18:08
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हिमाचल में चल रहे नेशनल हाईवे के कार्यों के लिए उत्तराखंड सरकार के सचिव ने थपथाई पीठ
 
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन  04-12-2025

हिमाचल प्रदेश सहित पूरे देश में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया कई महत्वपूर्ण राजमार्गों का निर्माण कर रहा है। हिमाचल प्रदेश में  नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया परवाणू-शिमला, कीरतपुर-मनाली, शिमला-मटौर और मंडी-पठानकोट फोरलेन का निर्माण कर रहा है।  नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया द्वारा राजमार्ग के निर्माण कार्यों में कई प्रकार की अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। पहाड़ों को स्टेबलाइज करने , पुलों के निर्माण के लिए कई बड़े पिलर बनाने सहित टनल निर्माण के लिए विभिन्न अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में चल रहे नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के कार्यों से प्रभावित हो कर , हिमाचल के पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के लोकनिर्माण विभाग के सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडे अपनी टीम के साथ हिमाचल प्रदेश में अध्ययन करने पहुंचे। 
दो दिवसीय दौरे के दौरान टीम ने हिमाचल प्रदेश में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया द्वारा किए जा रहे फोरलेन निर्माण कार्य का अध्ययन किया। पहले दिन टीम ने परवाणू - शिमला फोरलेन के तहत चल रहे विभिन्न कार्यों के बारे में जानकारी ली। वहीं , दूसरे दिन उत्तराखंड से आई टीम ने किरतपुर-मनाली फोरलेन सड़क का अध्ययन किया। इन दोनों दिनों में टीम ने पहाड़ों में राजमार्ग के निर्माण , फ्लाईओवर निर्माण और टनल निर्माण में इस्तेमाल होने वाली अत्याधुनिक तकनीक के बारे में अध्ययन किया। टीम ने समझा कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया किस प्रकार से पहाड़ों में राजमार्ग निर्माण के कार्यों को कर रहा है। साथ ही इन कार्यों को पूरा करने के लिए कौनसी अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के संबंधित अधिकारियों ने टीम को हिमाचल में बनने वाले बड़े पुलों के ढांचे , फ्लाईओवर और टनल निर्माण से संबंधित जानकारी सांझा की। साथ ही राजमार्ग निर्माण में आने वाली चुनौतियों के बारे में भी टीम को अवगत करवाया गया। 
बता दें कि मंडी से मनाली मार्ग पर अधिकतर स्थानों में ब्यास नदी राजमार्ग के साथ साथ बहती है। ऐसे में इस क्षेत्र में कार्य करना चुनौतीपूर्ण रहता है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया इन स्थानों पर कैसे कार्य कर रहा है और किस प्रकार की अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है, इस बारे में भी टीम को अवगत करवाया गया। डॉ. पंकज ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के अधिकारियों का धन्यवाद किया और हिमाचल में चल रहें नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया  की टीम ने प्रदेश में चल रहे सभी कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी सांझा की है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया स्लोप प्रोटेक्शन और टनल निर्माण के लिए कई अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर रहा है। 
आने वाले समय में उत्तराखंड में इन तकनीकों का इस्तेमाल करने पर विचार किया जाएगा। उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग की टीम से डॉ. पंकज कुमार पांडे के साथ इंजीनियर इन चीफ राजेश शर्मा , एनएच पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर मुकेश परमार , हल्द्वानी के एनएच सुपरिटेंडेंट इंजीनियर हरीश पांगटी , एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सुरेश तोमर , एग्जीक्यूटिव इंजीनियर मनोज रावत और असिस्टेंट इंजीनियर अंकित नौटियाल उपस्थिति रहे। वहीं नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया की टीम से रीजनल ऑफिसर शिमला , कर्नल अजय सिंह बरगोती , पीआईयू शिमला के प्रोजेक्ट डायरेक्टर आनंद कुमार, पीआईयू हमीरपुर के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विक्रम सिंह मीणा और पीआईयू मंडी के प्रोजेक्ट डायरेक्ट वरुण चारी उपस्थित रहे।

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