यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 27-06-2025
कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह परिवारवाद को ही तवज्जो देती है। इस बात को हिमाचल प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण , सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल के उस बयान ने पुख्ता कर दिया है , जिसमे उन्होंने गत दिन सोलन में ऐलान किया कि वह अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे , लेकिन उनके स्थान पर अब उनका बेटा सोलन से चुनाव लड़ेगा।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री के बयान के बाद भाजपा को एक और राजनीतिक मुद्दा मिल गया। गौर हो कि यह पहली बार नहीं जब कांग्रेस के किसी नेता ने अपने ही परिवार को अपना उत्तराधिकारी बनाया हो। इससे पहले भी दर्जनों कांग्रेसी नेता अपने ही परिवार के किसी सदस्य को अपना उत्तराधिकारी बना चुके है।
इनमें आप यदि हाल ही की घटना लो तो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नादौन से अपनी बीवी को चुना। अगर आप इतिहास को खंगाले तो पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने विक्रमादित्य सिंह को , पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम ने अपने बेटे अनिल शर्मा को , पूर्व मंत्री गुमान सिंह ठाकुर ने हर्षवर्धन सिंह चौहान को , जीएस बाली ने अपने बेटे आरएस बाली को , चंद्र कुमार ने अपने बेटे नीरज भारती को , कोल सिंह ठाकुर ने बेटी चंपा ठाकुर को , डा. प्रेम सिंह की जगह बेटे विनय कुमार को आगे लाया।
यदि केंद्र की बार करें तो गांधी परिवार सबसे बड़ा उदाहरण है। हिमाचल प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने ऐलान किया कि वह अगले चुनाव नही लड़ेंगे , लेकिन अपने स्थान पर सेना से सेवानिवृत्त हुए बेटे कर्नल संजय शांडिल सोलन निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे। शांडिल ने साथ ही यह भी कहा कि टिकट का फैसला पार्टी हाईकमान ने करना है। मगर वह अपने बेटे की उम्मीदवारी की पैरवी करेंगे।