नौणी विवि के एग्री बिजनेस मैनेजमेंट में एमबीए के छात्र ने चावल के दानों पर उगा दी कीड़ा जड़ी , 80 हजार रुपये प्रति किलो है कीमत
हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाने वाली दुर्लभ और मूल्यवान कीड़ाजड़ी को एक छात्र ने भूरे चावल के दानों पर उगा दिया। यह दावा किया है डॉ. वाईएस बागवानी परमार एवं वानिकी विवि नौणी के सात्विक चौहान ने। उन्होंने तीन महीने के अंदर आधा किलो कीड़ा जड़ी मशरूम उगाकर कर युवाओं को स्वरोजगार की राह दिखाई है। इसका एक किलो का बाजार मूल्य 80 हजार रुपये तक है

हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाने वाली दुर्लभ और मूल्यवान कीड़ाजड़ी को एक छात्र ने भूरे चावल के दानों पर उगा दिया। यह दावा किया है डॉ. वाईएस बागवानी परमार एवं वानिकी विवि नौणी के सात्विक चौहान ने। उन्होंने तीन महीने के अंदर आधा किलो कीड़ा जड़ी मशरूम उगाकर कर युवाओं को स्वरोजगार की राह दिखाई है। इसका एक किलो का बाजार मूल्य 80 हजार रुपये तक है। शिमला की निकटवर्ती कोटखाई तहसील के भवाणा ( पुड़ग ) गांव के सात्विक चौहान ने मुख्यमंत्री स्टार्टअप योजना के तहत पढ़ाई के साथ-साथ यह प्रयोग किया। वह विश्वविद्यालय से वानिकी में बीएससी करने के बाद अब एग्री बिजनेस मैनेजमेंट में एमबीए कर रहे हैं।
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