समुद्र के तट पर लगी हाटी की नाटी , अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में सिरमौरी कलाकारों ने जीता दर्शकों का दिल
56 वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के मंच पर इन दिनों सिरमौर की समृद्ध लोक-सांस्कृतिक धरोहर का अनूठा रंग बिखरा हुआ है। आसरा संस्था का सांस्कृतिक दल अपने पारंपरिक नृत्यों हाटी की नाटी , डगयाली नाच और प्राचीन सिंहटू नृत्य की मोहक प्रस्तुतियों से देश-विदेश से आए सैकड़ों दर्शकों का मन मोह रहा है। आसरा संस्था के प्रभारी एवं वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर डॉ. जोगेंद्र हाब्बी ने प्रेस को जारी बयान में बताया कि सिरमौर की यह अनूठी सांस्कृतिक विरासत अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहली बार इतने बड़े पैमाने पर प्रदर्शित हो रही है
यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 27-11-2025
56 वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के मंच पर इन दिनों सिरमौर की समृद्ध लोक-सांस्कृतिक धरोहर का अनूठा रंग बिखरा हुआ है। आसरा संस्था का सांस्कृतिक दल अपने पारंपरिक नृत्यों हाटी की नाटी , डगयाली नाच और प्राचीन सिंहटू नृत्य की मोहक प्रस्तुतियों से देश-विदेश से आए सैकड़ों दर्शकों का मन मोह रहा है। आसरा संस्था के प्रभारी एवं वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर डॉ. जोगेंद्र हाब्बी ने प्रेस को जारी बयान में बताया कि सिरमौर की यह अनूठी सांस्कृतिक विरासत अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहली बार इतने बड़े पैमाने पर प्रदर्शित हो रही है।
हिमाचल के अलावा दिल्ली , जम्मू-कश्मीर , असम , उड़ीसा , मध्य प्रदेश , दीव-दमन , तमिलनाडु , पश्चिम बंगाल सहित अनेक राज्यों के कलाकार अपनी-अपनी लोक पहचान को आकर्षक रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं। हाटी ट्रांस-गिरी क्षेत्र की नाटी , डगयाली और सिंहटू नृत्य विधाओं ने गोवा में अलग ही पहचान बनाई है। नाटी की लयात्मक गति , डगयाली की वीर रस से भरी अदाएं और सिंहटू नृत्य की पारंपरिक शान ने दर्शकों को बार-बार झूमने पर मजबूर कर दिया। लोक गायक रामलाल ठाकुर, विमला चौहान, सुनील चौहान तथा उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार से सम्मानित कलाकार गोपाल हाब्बी की मधुर सुर लहरियों ने सिरमौर के लोकगीतों को नई ऊंचाई दी। गुरु पद्मश्री विद्यानंद सरैक और डॉ. जोगेंद्र हाब्बी के मार्गदर्शन में तैयार इन प्रस्तुतियों में कलाकारों की वर्षों की साधना साफ झलकती है।
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