यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 15-0-2024
प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर , गुणात्मक तथा अत्याधुनिक स्वास्थ्य, सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प है। प्रदेश में इंदिरा गांधी राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय शिमला , डा0 राजेन्द्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय टांडा (कांगड़ा) , डा0 यशवंत सिंह परमार राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय नाहन , श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय नेरचौक (मंडी), डाॅ0 राधाकृष्णन राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय हमीरपुर,प0 जवाहर लाल नेहरू राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय चम्बा के अतिरिक्त अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान बिलासपुर में विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों का इलाज कर रहे है।
डाॅ0 यशवंत सिंह परमार आयुर्विज्ञान महाविद्यालय एवं चिकित्सालय नाहन में प्रदेश की प्रथम न्यूरो इलेक्ट्रो फिजियोलॉजी लैब स्थापित की गई है। जहां दिमाग, नसों तथा मांसपेशियों संबंधी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों का इलाज किया जा रहा है। जहाॅं विशेषकर 20 वर्ष तक के किशोरों के अतिरिक्त व्यस्क मरीजों का ईलाज किशोर न्यूरो रोग विशेषज्ञ डा0 पवन कुमार कर रहे है। किशोर न्यूरो रोग विशेषज्ञ डा0 पवन कुमार बताते है डाॅ0 यशवंत सिंह परमार राजकीय मेडिकल कॉजेल नाहन में दिमाग, नसों तथा मांसपेशियों की बीमारी से ग्रस्त मरीजों की जांच के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 70 लाख रुपये की लागत से अत्याधुनिक वीडीयो ई0ई.0जी0 मशीन यहां स्थापित की गई है जो अगस्त 2024 से पूर्ण रूप से क्रियाशील है तथा यहां प्रतिदिन 5-6 ई0ई0 जी0 टेस्ट किये जा रहे है।
वह बताते है इस वर्ष सितम्बर माह तक 350 मिर्गी के दौरे संबंधी रोगियो , नसों व मांसपेशियों संबधी 40 मरीजो ,कम सुनने वाले 20 रोगी की (बेरा) जांच तथा 20 मरीजों की (वीईपी) दिखाई न देने वालो की जांच की गई है। उन्होंने बताया कि यहां प्रतिदिन 2-3 छोटे बच्चे जिन्हें मिर्गी के दौरे पड़ते है उन्हें दाखिल कर इलाज किया जाता है जबकि 20-25 न्यूरो संबधी मरीज ओपीडी में आते है। डा0 पवन कुमार बताते है कि नाहन मेडिकल कॉलेज में हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ उत्तराखंड , हरियाणा तथा पंजाब के न्यूरो रोग से ग्रस्त मरीज उपचार के लिए आ रहे है।
पंजाब जलालाबाद निवासी संदीप कुमार बताते है कि उनका 2 साल का बेटा यंशदीप जन्म से ही न्यूरो रोग से ग्रस्त है जिसके हाथो में कंपन होती थी । यशदीप का इलाज अनकों चिकित्सालयों में करवाया जहां वह ठीक नहीं हुआ। वह बताते है कि उन्हें ज्ञात हुआ कि नाहन मेडिकल कॉलेज में न्यूरो रोग की जांच तथा उपचार सुविधा उपलब्ध है तब वह 6 माह से यशदीप का यहां इलाज करवा रहे है जहां उनके बेटे को पचास फीसदी से अधिक स्वास्थ्य लाभ हो रहा है। इसके लिए वह हिमाचल सरकार तथा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का आभार व्यक्त करते हैं।