शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में हिंसा ले छात्र , राज्य स्तरीय कला एवं रंगोत्सव में बोले , डीसी 

उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने आज चंबा के ऐतिहासिक चौगान में समग्र शिक्षा के तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय कला एवं रंगोत्सव का शुभारंभ किया। हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों से लगभग 400 प्रतिभागी इस उत्सव में भाग ले रहे हैं। कला उत्सव के अंतर्गत कक्षा नववीं से बारहवीं तक के विद्यार्थी 12 विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे, जबकि रंगोत्सव में कक्षा तीसरी से आठवीं तक के विद्यार्थी छह प्रतिस्पर्धाओं में भाग ले रहे हैं

Nov 6, 2025 - 19:16
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शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में हिंसा ले छात्र , राज्य स्तरीय कला एवं रंगोत्सव में बोले , डीसी 

यंगवार्ता न्यूज़ - चंबा  06-11-2025

उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने आज चंबा के ऐतिहासिक चौगान में समग्र शिक्षा के तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय कला एवं रंगोत्सव का शुभारंभ किया। हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों से लगभग 400 प्रतिभागी इस उत्सव में भाग ले रहे हैं। कला उत्सव के अंतर्गत कक्षा नववीं से बारहवीं तक के विद्यार्थी 12 विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे, जबकि रंगोत्सव में कक्षा तीसरी से आठवीं तक के विद्यार्थी छह प्रतिस्पर्धाओं में भाग ले रहे हैं। उपायुक्त  ने अपने संबोधन में प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों का बहुआयामी गतिविधियों में हिस्सा लेना उनके भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण  है। उन्होंने  प्रतिभागियों को उत्सव के दौरान अपना  सर्वश्रेष्ठ  प्रदर्शन करने को भी प्रोत्साहित किया। 
मुकेश रेपसवाल ने शिक्षकों और अभिभावकों से आह्वान किया कि वे विद्यार्थियों को उनकी रुचि के अनुरूप विविध बहुआयामी गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों में ऐसी अतिरिक्त क्षमताएँ (एक्स्ट्रा स्किल्स) भी विकसित होनी चाहिए जो उन्हें भविष्य में सक्षम और जिम्मेदार नागरिक बनने में सहायक सिद्ध हों। उन्होंने  कहा कि ऐसे आयोजनों में भाग लेने से विद्यार्थियों का मंच भय (स्टेज फीयर) दूर होता है और सार्वजनिक बोलने व प्रस्तुति (पब्लिक स्पीकिंग एवं पब्लिक परफॉर्मेंस) की क्षमता विकसित होती है। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है जो केवल कक्षाओं में बैठकर संभव नहीं हो पाता। उपायुक्त ने साथ में यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश की लोक-कला एवं संस्कृति अद्वितीय है। 
ऐतिहासिक एवं पारंपरिक लोक-संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए विद्यार्थी वर्ग की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। इससे पहले उपनिदेशक स्कूल शिक्षा गुणवत्ता एवं जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा भाग सिंह ने स्वागत संबोधन रखा। कार्यक्रम में राज्य समन्वयक रेखा गुलेरिया ने कला एवं रंगोत्सव से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। इस अवसर पर उपनिदेशक स्कूल शिक्षा विकास महाजन, बलवीर सिंह, जिला समन्वयक  डॉ. राशि जंदरोटिया , ओएसडी शिक्षा उमाकांत आनंद सहित प्रदेश के सभी जिलों से शिक्षा प्रभारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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