संजौली उपनगर में स्थित जोनांग बौद्ध मठ से दो नाबालिग भिक्षु लापता, जांच में जुटी पुलिस
प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली उपनगर में स्थित जोनांग बौद्ध मठ से दो नाबालिग भिक्षुओं के लापता होने का मामला सामने आया है। यह घटना गुरुवार 10 अप्रैल की दोपहर की है जब 12 और 13 वर्षीय दो बच्चे अचानक मठ परिसर से गायब

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 11-04-2025
प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली उपनगर में स्थित जोनांग बौद्ध मठ से दो नाबालिग भिक्षुओं के लापता होने का मामला सामने आया है। यह घटना गुरुवार 10 अप्रैल की दोपहर की है जब 12 और 13 वर्षीय दो बच्चे अचानक मठ परिसर से गायब हो गए। मठ प्रबंधन द्वारा थाना ढली में शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने बच्चों की तलाश शुरू कर दी है।
मठ के प्रबंधक पेमा फुंटसोक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि दोनों बच्चे दोपहर 12 से 2 बजे के बीच रहस्यमय ढंग से लापता हुए। उन्होंने बताया कि घटना से पहले दोनों सामान्य दिनचर्या में शामिल थे और किसी असामान्य व्यवहार के संकेत नहीं मिले थे। जब मठ में बच्चों की तलाश की गई और कोई सुराग नहीं मिला तब पुलिस को सूचित किया गया।
लापता बच्चों में एक अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर से और दूसरा पश्चिम बंगाल से संबंध रखता है। ढली पुलिस ने मामला दर्ज कर भारतीय न्याय संहिता की धारा 137(2) के तहत केस दर्ज कर लिया है। बच्चों की पहचान और उनके गृह जनपदों की सूचना संबंधित पुलिस थानों को भेज दी गई है ताकि उनके परिजनों से संपर्क साधा जा सके।
शिमला के जिस मठ से बच्चे लापता हुए है वह जोनांग टेकन फुत्सोक चोलिंग के नाम से जाना जाता है। यह मठ देश में जोनांग बौद्ध परंपरा का इकलौता केंद्र है। इसकी स्थापना वर्ष 1963 में अमदो लामा जिनपा ने की थी। प्रारंभ में यह ‘सांगे चोलिंग’ नाम से जाना जाता था। वर्तमान में यह मठ तिब्बती बौद्ध परंपरा के अनुरूप भिक्षुओं को धार्मिक शिक्षा देने के लिए विख्यात है।
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