हिमाचल के सदसंकल्पों में ऊना जिला सौर ऊर्जा उत्पादन का नव केंद्र बनकर उभरा
जल विद्युत के क्षेत्र में वर्षों से सशक्त स्थिति रखने वाला हिमाचल प्रदेश अब सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयां छूने को अग्रसर है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के दूरदर्शी प्रयासों से हरित ऊर्जा राज्य बनने के पथ पर बढ़ते हिमाचल के सदसंकल्पों में ऊना जिला सौर ऊर्जा उत्पादन का नव केंद्र बनकर उभर रहा
हिमाचल को हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लक्ष्यों की पूर्ति में रहेगी महत्वपूर्ण भूमिका
यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना 19-10-2024
जल विद्युत के क्षेत्र में वर्षों से सशक्त स्थिति रखने वाला हिमाचल प्रदेश अब सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयां छूने को अग्रसर है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के दूरदर्शी प्रयासों से हरित ऊर्जा राज्य बनने के पथ पर बढ़ते हिमाचल के सदसंकल्पों में ऊना जिला सौर ऊर्जा उत्पादन का नव केंद्र बनकर उभर रहा है।
जिले में क्रियान्वित सौर ऊर्जा उत्पादन की अनेक परियोजनाएं न केवल स्थानीय विकास को गति देंगी, बल्कि राज्य की ऊर्जा जरूरतों को पर्यावरण अनुकूल तरीके से पूरा करने में भी सहायक होंगी।
मुख्यमंत्री द्वारा इस वर्ष जून में 220 करोड़ रुपये की 32 मेगावाट क्षमता वाली पेखूबेला सौर ऊर्जा परियोजना के शुभारंभ के साथ ही ऊना जिला सौर ऊर्जा की नई दिशा में कदम बढ़ा चुका है।
इसके अलावा, अघलौर और भंजाल में निर्माणाधीन अन्य परियोजनाएं भी इस दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी। ये सौर ऊर्जा परियोजनाएं न केवल ऊना को सौर ऊर्जा उत्पादन के मानचित्र पर स्थापित करेंगी, बल्कि हिमाचल प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य बनाने के राज्य सरकार के लक्ष्यों को भी साकार करेंगी।
जून में उद्घाटन के साथ, पेखूबेला सौर ऊर्जा परियोजना ऊना की ऊर्जा उत्पादन की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रही है। 49 हेक्टेयर भूमि पर निर्मित, यह परियोजना 32 मेगावाट की क्षमता के साथ सालाना 6.61 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन करेगी। इसके माध्यम से प्रति यूनिट 2.90 रुपये की दर से सरकार को सालाना 19.17 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।
यह परियोजना न केवल ऊर्जा उत्पादन में योगदान देगी, बल्कि हर साल 2,532 टन कार्बन उत्सर्जन को कम करने में भी मदद करेगी। परियोजना के निर्माण में 19,200 मानव कार्य दिवस का सृजन हुआ है, जिससे स्थानीय रोजगार को भी मजबूती मिली है।
ऊना जिले में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अन्य परियोजनाएं भी स्थापित की जा रही हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अघलौर में करीब 68 करोड़ की 10 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना का शिलान्यास किया, जो 19 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली होगी और हर साल 22.73 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन करेगी। इस परियोजना से राज्य को प्रति वर्ष 8 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।
इसी प्रकार, मुख्यमंत्री ने गगरेट विधानसभा क्षेत्र में 31 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही 5 मेगावाट की भंजाल परियोजना की आधारशिला रखी, जो 9 हेक्टेयर में फैली होगी। इससे हर साल 10.54 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होगा।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश को 31 मार्च, 2026 तक हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं। इसके लिए 500 मेगावाट सौर ऊर्जा स्थापित करने का कार्य निर्धारित किया गया है, जिसमें विभिन्न परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में ऊना की परियोजनाओं के माध्यम से प्रदेश के लिए एक हरित और स्वच्छ ऊर्जा भविष्य की नींव रखी जा रही है।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का कहना है कि सौर ऊर्जा परियोजनाएं ऊना जिले की समृद्धि और आत्मनिर्भरता को सुनिश्चित करने के साथ ही प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य बनाने में भी अपनी भूमिका निभाएंगी। ये विकास परियोजनाएं स्थानीय लोगों को रोजगार और आर्थिक समृद्धि के नए अवसर प्रदान करेंगी, जिससे ऊना जिला सौर ऊर्जा उत्पादन का एक प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है।
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