प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जरवा पिछले डेढ़ माह से डॉक्टर को डेपोटेशन पर भेजे जाने से मरीज परेशान
विकासखंड शिलाई की सबसे दुर्गम क्षेत्र जरवा जुनैल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर को पिछले डेढ़ महीने से डेपोटेशन पर भेजेने से मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। रोज चिकित्सालय से बिना इलाज के ही घर लौटना पड़ता

यंगवार्ता न्यूज़ - जरवा 05-6-2025
विकासखंड शिलाई की सबसे दुर्गम क्षेत्र जरवा जुनैल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर को पिछले डेढ़ महीने से डेपोटेशन पर भेजेने से मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। रोज चिकित्सालय से बिना इलाज के ही घर लौटना पड़ता है। यह जानकारी रुद्र सेना के उपाध्यक्ष केशव शर्मा ने प्रेस व्यान ओर नवयुवक मंडल जारवा जुनैली के प्रेस नोट के माध्यम से दी।
केशव कुमार ने बताया कि पिछले डेढ़ माह से अब तक जारवा के डॉक्टर को रोनहाट भेज दिया गया ह। जिससे जरवा पीएचसी पहुँचने वाले सभी बीमार लोगो को बिना इलाज के वापिस लौटना पड़ता है। हाल ही में महिला के पहाड़ से गिर जाने के बाद पीएचसी में लाया गया, डॉक्टर न मिलने से बिना प्रथमिक उपचार के ही मरीज को राजगढ़ पहचाना पड़ गया।
नवयुवक मंडल ने स्वास्थ्य विभाग की इस कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि किसी भी संस्थान को डेपुटेशन के चलते एक सप्ताह से ऊपर खाली रखना कितना सही है, पनोग से महज चार किलोमीटर जारवा तक भी विभाग ने डेढ़ महीने के अंदर एक भी बार डॉक्टर को ओपीडी लगाने नही भेज जिससे विभाग के खिलाफ लोगों में आक्रोश है।
उन्होने बताया कि सिविल अस्पताल शिलाई, सीएचसी पनोग से भी एक एक सप्ताह के लिए डेपुटेशन पर डॉक्टरों को भेजा जा सकता था, परन्तु विभाग की घटिया कार्यप्रणाली या विभाग पर किसी प्रकार के दबाव के कारण दर्द क्षेत्र के लोगो को झेलना पड़ रहा है। विभाग के अंदर कौन ऐसा ड्यूटी शेड्यूल बनाता है जिससे सैकड़ो लोगो का दर्द नजर नही आता है।
बीएमओ शिलाई अभय देवल ने बताया कि जरवा प्रथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर को रोनहाट डेपोटेशन है। अगले 20 दिनों तक भी रोनहाट में ही रहेंगे, सीएमओ नाहन से प्राप्त डेपोटेशन पत्र की अनुपालना के अनुसार अगले 20 दिन के बाद जारवा ओपीडी को सुचारू रूप से चलाने के आदेश जारी होंगे।
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