प्रदेश सरकार ने राज्य के 100 सरकारी स्कूलों को सीबीएसई बोर्ड के अधीन लाने का लिया निर्णय,मंडी के 14 स्कूल शामिल
प्रदेश के मंडी जिला के 14 सरकारी स्कूल अब सीबीएसई बोर्ड के अधीन होने जा रहे हैं। अगले शैक्षणिक सत्र से इन स्कूलों में पढ़ाई और पढ़ाने का तरीका पूरी तरह बदल जाएगा। लेकिन उससे पहले सवाल यह है कि क्या शिक्षा विभाग, शिक्षक और छात्र इस नई प्रणाली को अपनाने के लिए पूरी तरह तैयार
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 12-11-2025
प्रदेश के मंडी जिला के 14 सरकारी स्कूल अब सीबीएसई बोर्ड के अधीन होने जा रहे हैं। अगले शैक्षणिक सत्र से इन स्कूलों में पढ़ाई और पढ़ाने का तरीका पूरी तरह बदल जाएगा। लेकिन उससे पहले सवाल यह है कि क्या शिक्षा विभाग, शिक्षक और छात्र इस नई प्रणाली को अपनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं?
आखिर कैसे होगी सीबीएसई की पढ़ाई और क्या रहेंगी व्यवस्थाएं—जानिए हमारी इस खास रिपोर्ट में। सीबीएसई बोर्ड—शिक्षा जगत का वह नाम है, जिससे जुड़ना हर अभिभावक का सपना होता है। अब यह सपना कम खर्च में साकार होने जा रहा है।
प्रदेश सरकार ने राज्य के 100 सरकारी स्कूलों को सीबीएसई बोर्ड के अधीन लाने का निर्णय लिया है, जिनमें मंडी जिला के 14 स्कूल शामिल हैं। इन दिनों इन स्कूलों में औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं, क्योंकि आगामी शैक्षणिक सत्र से यह नई प्रणाली लागू होनी है। शिक्षा विभाग ने इसके लिए विशेष तैयारी की है—इन स्कूलों के शिक्षकों को 50 दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी।
प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों का पांच वर्षों तक तबादला नहीं होगा और वे उसी विद्यालय में तैनात रहेंगे। उच्च शिक्षा उपनिदेशक यशवीर धीमान ने बताया कि सीबीएसई पाठ्यक्रम के अनुरूप कुछ बदलाव किए जाएंगे और उसी को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। जल्द ही प्रशिक्षण का शेड्यूल जारी किया जाएगा।
मंडी जिला के जिन 14 स्कूलों को सीबीएसई पाठ्यक्रम के लिए चुना गया है, उनकी सभी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। 1 अप्रैल 2026 से नया शैक्षणिक सत्र शुरू होगा, जिसके साथ ही इन स्कूलों में सीबीएसई पाठ्यक्रम लागू कर दिया जाएगा। निश्चित रूप से यह निर्णय प्रदेश के शिक्षा ढांचे में एक बड़ा बदलाव साबित होगा और आने वाले समय में इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
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