यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 30-12-2024
शिमला से जारी बयान में पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री से पूछा है कि पहले बजट के दौरान प्रदेश के लोगों से आदर्श स्वास्थ्य संस्थान खोलने का जो वादा सरकार द्वारा किया गया था उसका क्या हाल है? क्या प्रदेश में 69 आदर्श संस्थान बन गए? उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो गई? मुख्यमंत्री ने अपने पहले बजट स्पीच के पृष्ठ संख्या 13 पैरा नंबर 37 में सदन के भीतर प्रदेश के लोगों से यह वादा किया था कि उनकी व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार प्रदेश में 69 आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाएगी जिसमें हर प्रकार के इलाज की सुविधा उपलब्ध रहेगी। 2 साल पहले बजट के दौरान की गई घोषणा में सरकार एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई हैं। अपने दूसरे बजट में मुख्यमंत्री ने झूठ की एक और सीमा पार की और उन्होंने कहा की प्रदेश के जिला अस्पताल में चयनित आदर्श स्वास्थ्य केंद्रों पर कैंसर डे केयर सेंटर भी बनाया जाएगा वहां पर पैलिएटिव केयर यूनिट भी चलाई जाएगी।
वित्तीय वर्ष 2024-25 के अपने बजट भाषण में मुख्यमंत्री ने कहा था कि घोषित किए गए 69 आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों पर कार्य विभिन्न चरणों में है और 2024-25 में इनमें से अधिकांश को पूरा कर लिया जाएगा। नया बजट आने में अब लगभग दो महीने का समय ही शेष है, ऐसे में मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि उनके बजट भाषण के दौरान की गई इन घोषणाओं का क्या हुआ? जयराम ठाकुर ने कहा जमीनी स्तर पर मैंने विभिन्न क्षेत्रों में इसकी पड़ताल की। स्थानीय लोगों, प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों के माध्यम से प्रदेश के आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों का हाल जाना। हकीकत हैरानी भरी है। लगता है सरकार अपने बजट भाषण में किए गए वादों को ही चुनावी भाषण की तरह भूल गई है। सरकार एक भी आदर्श स्वास्थ्य संस्थान जमीन पर नहीं उतार पाई है। उल्टे पूर्व सरकार द्वारा किए गए स्वास्थ्य सुधारों और व्यवस्थाओं का बंटाधार कर दिया गया है।
आज अस्पतालों में फ्री मिलने वाली दवाओं, स्वास्थ्य और चिकित्सीय सुविधाओं का हाल किसी से छुपा नहीं है। जहां पूर्व में हमारी सरकार द्वारा 5 हजार के हो या 50 हजार रुपए के इंजेक्शन लोगों को नि:शुल्क देती थी आज प्रदेश के मरीज छोटी-छोटी दवाइयां के लिए भी भटक रहे हैं। अस्पतालों में जांच बंद है। छोटे बड़े ऑपरेशन सुक्खू सरकार द्वारा हिम केयर और आयुष्मान का भुगतान न किए जाने के कारण रुके हुए हैं। यह सरकार के लिए शर्मनाक हैं कि सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं का भी ख्याल नहीं रख पा रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज तक प्रदेश में ऐसी सरकार नहीं देखी थी जो किसी भी मामले में गंभीर न हो। पहली बार ऐसा हुआ होगा जब कोई सरकार अपने बजट स्पीच में कोई वादा कर रही हो और वादा करके पूरी तरीके से भूल जाती हो।
यह पहली बार हो रहा है जब सरकार के द्वारा घोषित महत्वाकांक्षी योजना जिसे बजट स्पीच में भी प्रमुखता से स्थान दिया गया हो उसे सरकार द्वारा पूरी तरह भुला दिया गया हो। बस हर बजट भाषण में मुख्यमंत्री कोई ना कोई नए सब्जबाग दिखाते हैं और फिर खुद भी भूल जाते हैं। जिस तरह मुख्यमंत्री ने पहले स्पीच में आदर्श स्वास्थ्य संस्थान खोलने का वादा किया और दूसरी बजट स्पीच में आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में कैंसर डे केयर सेंटर खोलने का वादा किया हो सकता है अगली बार आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में हार्ट ट्रांसप्लांट जैसे सर्जरी का वादा भी कर दें और हर बार की तरह आदर्श स्वास्थ्य संस्थान खोलना भूल जाए। मुख्यमंत्री से निवेदन है वह अपने बजट भाषण को चुनावी भाषण की तरह न समझे।