यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर 10-12-2024
कृषि और बागवानी विभाग के सचिव सी.पालरासू ने कहा है कि प्रदेश सरकार प्राकृतिक खेती को बड़े पैमाने पर प्रेरित एवं प्रोत्साहित कर रही है और इस विधि से पैदा की गई फसलों को रासायनिक खादों एवं कीटनाशकों के प्रयोग से उगाई गई फसलों के मुकाबले ज्यादा दाम दे रही है। प्राकृतिक खेती से तैयार मक्की 30 रुपये और गेहूं 40 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीदी जा रही है। मंगलवार को गांव सेरा के विश्राम गृह में आतमा परियोजना की ओर से आयोजित किसान मेले में बड़ी संख्या में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए सी.पालरासू ने बताया कि प्रदेश सरकार ने लगभग 4000 क्विंटल मक्की की खरीद की है, जिससे किसानों को अच्छी आय हुई है।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में अभी तक लगभग 2 लाख किसान रासायनिक खाद और जहरीले कीटनाशकों को छोड़कर प्राकृतिक खेती को अपना चुके हैं और प्रदेश की लगभग 36 हजार हैक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक खेती की जा रही है। सी.पालरासू ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कार्यभार संभालते ही ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की आय बढ़ाने की दिशा में कई बड़े निर्णय लिए हैं। प्राकृतिक खेती के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। दूध के दामों में भी भारी वृद्धि की गई है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक खेती, खुशहाल किसान योजना के तहत हर विधानसभा क्षेत्र में किसान मेलों के आयोजन के निर्देश दिए हैं, ताकि अधिक से अधिक लोगों तक इसका लाभ पहुंच सके। उन्होंने सभी किसानों से आग्रह किया कि वे प्राकृतिक खेती के लिए अपना पंजीकरण करवाएं।
इससे पहले आत्मा के परियोजना निदेशक डॉ. नितिन शर्मा , उप परियोजना निदेशक डॉ. राजेश कुमार और डॉ. राकेश धीमान ने मुख्य अतिथि, अन्य अतिथियों तथा किसानों का स्वागत किया और जिला हमीरपुर में प्राकृतिक खेती की उपलब्धियों की जानकारी दी। कार्यक्रम में राज्य परियोजना निदेशक हेमिस नेगी, जाइका के परियोजना निदेशक डॉ. सुनील चौहान, एपीएमसी के अध्यक्ष अजय शर्मा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन पृथ्वी चंद, जिला परिषद सदस्य संजय कुमार, जायका के वरिष्ठ सलाहकार बलजीत संधू, खंड कृषक सलाहकार समिति के अध्यक्ष कैप्टन सुनील दत्त, सदस्य रमेश पराशर, पंचायत प्रधान सोनिया ठाकुर, उप प्रधान तिलक राज और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।