किश्तबाड़ के बाद कठुआ में फटा बादल , जल प्रलय के बाद आई बाढ़ में सात लोगों की मौत , कई घर जलमग्न 

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के राजबाग-घाटी इलाके में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में रविवार को सात लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि कठुआ जिले में रात भर हुई भारी बारिश के कारण सुबह अचानक बाढ़ आ गई। इस त्रासदी के कारण जिले के कुछ हिस्सों में पांच लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए

Aug 17, 2025 - 17:53
 0  1
किश्तबाड़ के बाद कठुआ में फटा बादल , जल प्रलय के बाद आई बाढ़ में सात लोगों की मौत , कई घर जलमग्न 

न्यूज़ एजेंसी - जम्मू  17-08-2025
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के राजबाग-घाटी इलाके में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में रविवार को सात लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि कठुआ जिले में रात भर हुई भारी बारिश के कारण सुबह अचानक बाढ़ आ गई। इस त्रासदी के कारण जिले के कुछ हिस्सों में पांच लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। उन्होंने कहा, “घाटी क्षेत्र के ऊपरी इलाकों में भी बादल फटने की भी खबरें हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ आ गई, जिससे घरों और अन्य बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचा। इसके अलावा , जंगलोट और आसपास के इलाकों में रेलवे ट्रैक और जम्मू-कठुआ राष्ट्रीय राजमार्ग के कुछ हिस्सों को भी नुकसान पहुंचा है। 
उन्होंने कहा, “सड़कों पर पानी भर गया है और बाढ़ का पानी पुराने कठुआ शहर के कई घरों में भी घुस गया है। पुलिस और सेना की टीमों के साथ-साथ एसडीआरएफ को भी बचाव अभियान में लगाया गया है और प्रभावित परिवारों तक पहुंचने के लिए बचाव अभियान शुरू किया गया है। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है, और उन्हें निकालने के लिए हेलीकॉप्टर की भी व्यवस्था की गई है। घायलों की पहचान करूम बेगम (26), राफिया बेगम (4), अर्शिया बेगम (6), परवीन अख्तर (8), गोगली बेगम (26) और नगीना (3 महीने) के रूप में हुई है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा , “जंगलोट इलाके में बादल फटने की सूचना मिलने के बाद एसएसपी कठुआ शोभित सक्सेना से बात की। रेलवे ट्रैक और राष्ट्रीय राजमार्ग को नुकसान पहुंचा है और कठुआ पुलिस स्टेशन भी प्रभावित हुआ है।
उन्होंने कहा आगे कहा कि प्रशासन, सेना और अर्धसैनिक बल तुरंत हरकत में आ गए हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “कठुआ के कई इलाकों में बारिश के कारण हुए विनाशकारी भूस्खलन में लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ है।” उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और प्रशासन के बचाव और राहत कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने आगे कहा, “मैंने प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और सहायता कार्यों को चलाने के लिए समन्वय और क्रियान्वयन करने तथा मौके पर चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। 
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया है और अधिकारियों को बादल फटने और भूस्खलन प्रभावित कठुआ जिले में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राहत, बचाव और निकासी के उपाय करने का निर्देश दिया है। इस बीच, मौसम विभाग ने 18 अगस्त तक डोडा, जम्मू, कठुआ, किश्तवाड़, पुंछ, राजौरी, रामबन, रियासी, सांबा और उधमपुर में हल्की से मध्यम स्तर की बाढ़ का खतरा जताया है।मौसम विभाग ने कहा है कि अगले तीन दिनों तक जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में भारी बारिश होगी। अधिकारियों ने बताया कि पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा ज़्यादा है और संवेदनशील क्षेत्रों में बादल फटने की भी आशंका है। लोगों से कहा गया है कि जब तक बहुत जरूरी न हो, यात्रा करने से बचें और जलाशयों के पास जाने से बचें।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow