निर्वाचन आयोग के 18 नवाचारों को जिले में प्रभावी रूप से किया जाएगा लागू : उपायुक्त अपूर्व देवगन
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा देशभर में चुनाव प्रणाली को अधिक पारदर्शी, समावेशी और सुदृढ़ बनाने के लिए शुरू किए गए 18 नवाचारों को मंडी जिले में प्रभावी रूप से लागू करना शुरू कर दिया

यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 24-05-2025
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा देशभर में चुनाव प्रणाली को अधिक पारदर्शी, समावेशी और सुदृढ़ बनाने के लिए शुरू किए गए 18 नवाचारों को मंडी जिले में प्रभावी रूप से लागू करना शुरू कर दिया है। यह जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने दी।
उन्होंने बताया कि मतदाताओं के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए निर्वाचन आयोग ने इन नवाचारों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इनमें सबसे प्रमुख है मतदान केंद्रों में मतदाताओं की संख्या की सीमा निर्धारण। अब प्रत्येक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाता ही होंगे, जिससे मतदान के दिन लंबी कतारों से बचा जा सकेगा और मतदाता आसानी से अपने मत का प्रयोग कर सकेंगे।
वर्तमान में मंडी जिले में 1217 मतदान केंद्रों में से 40 ऐसे मतदान केंद्र हैं, जहाँ मतदाताओं की संख्या 1200 से अधिक है। इनमें करसोग विधानसभा क्षेत्र में 3, सुंदरनगर में 8, नाचन में 6, सराज में 1, दं्रग में 6, जोगिंद्रनगर में 2, धर्मपुर में 3, मंडी में 1 तथा बल्ह और मंडी विधानसभा क्षेत्रों में 5-5 मतदान केंद्र शामिल हैं।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि 6 जनवरी, 2025 को जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 8,71,567 है, जिनमें 4,35,295 पुरुष मतदाता और 4,36, 272 महिला मतदाता शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि मतदाता सूची को अद्यतन(अपडेट ) करने की प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाने के लिए अब मृत्यु पंजीकरण की जानकारी रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया के डेटाबेस से सीधे प्राप्त की जाएगी। इससे मृत व्यक्तियों के नाम शीघ्रता से सूची से हटाए जा सकेंगे और सूची की सटीकता सुनिश्चित होगी।
उन्होंने बताया कि राजनीतिक दलों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से मंडी जिले के सभी उपमंडलों में सर्वदलीय बैठकें सफलतापूर्वक आयोजित की जा चुकी हैं। इन बैठकों के माध्यम से चुनाव प्रक्रिया से जुड़े सभी पक्षों को एक मंच पर लाकर पारदर्शिता और सहयोग की भावना को बढ़ावा दिया गया है।
इसके अतिरिक्त, मतदाता पहचान पत्र की विशिष्टता और प्रामाणिकता बनाए रखने के लिए प्रत्येक मतदाता को अब एक अद्वितीय मतदाता पहचान संख्या प्रदान की जा रही है, जिससे डुप्लीकेट वोटर कार्ड की समस्या को समाप्त किया जा सकेगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी अपूर्व देवगन ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत निर्वाचन आयोग की ये पहलें चुनाव प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, उत्तरदायी और आधुनिक बनाने में सहायक सिद्ध होंगी। उन्होंने कहा कि मंडी जिला इन नवाचारों को पूरी सक्रियता और प्रतिबद्धता के साथ लागू किया जाएगा ताकि सभी नागरिकों के लिए एक निष्पक्ष, सुलभ और भरोसेमंद चुनावी वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।
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