कनाडा की खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट ने भारत के दावों पर लगाई मुहर : प्रो. सरचंद सिंह ख्याला
भारतीय जनता पार्टी के प्रांतीय प्रवक्ता प्रो. सरचंद सिंह ख्याला ने कहा कि कनाडा की प्रमुख खुफिया एजेंसी (सीएसआईएस) द्वारा यह आधिकारिक खुलासा कि कनाडा की धरती का इस्तेमाल खालिस्तानी अलगाववादियों द्वारा भारत में हिंसा को बढ़ावा देने , धन जुटाने और योजना बनाने के लिए किया जा रहा है ने भारत के दावों की पुष्टि की है कि कनाडा भारत विरोधी तत्वों के लिए सुरक्षित पनाहगाह और गतिविधियों का केंद्र बन गया है, जिसे पिछली ट्रूडो सरकार ने राजनीतिक निहित स्वार्थों के कारण हमेशा नजरअंदाज किया था

प्रो. सरचंद सिंह ने आगे कहा कि कनाडा आतंकवाद का शिकार रहा है, 1985 में कनाडा में एयर इंडिया के 'कनिष्क' को उड़ा दिया गया था , जिसमें 331 लोग मारे गए थे , जो 9/11 से पहले दुनिया के हवाई क्षेत्र में सबसे खराब आतंकवादी हमलों में से एक था। उन्होंने कहा कि कनाडा ने देश में आतंकवाद के खतरे पर अपनी 2018 की रिपोर्ट में सिख चरमपंथियों के बढ़ते खतरे का उल्लेख किया था, जिसे सिख समुदाय के दबाव के कारण हटा दिया गया था। कनाडा सरकार ने देश में कानून और व्यवस्था बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता से जिन 77 आतंकवादी समूहों को आपराधिक संहिता के तहत सूचीबद्ध किया है, उनमें 2 सिख संगठन भी शामिल हैं।
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