हुंकार : पुलिस ग्राउंड धर्मशाला से सुक्खू सरकार को कर्मचारी-पेंशनर्स की खुली चेतावनी , वादाखिलाफी के लगे आरोप 

भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष घनश्याम शर्मा की अगुवाई में आज धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड में प्रदेशभर के लाखों कर्मचारी , पेंशनरों ने सुक्खू सरकार की नीतियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। आयोजन में पेंशनर्स व कर्मचारी संगठनों के सैकड़ों प्रतिनिधि शामिल हुए और सरकार पर वादाखिलाफी , आर्थिक अव्यवस्था और कर्मचारी–विरोधी फैसलों के गंभीर आरोप लगाए

Nov 28, 2025 - 18:01
Nov 28, 2025 - 18:19
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हुंकार : पुलिस ग्राउंड धर्मशाला से सुक्खू सरकार को कर्मचारी-पेंशनर्स की खुली चेतावनी , वादाखिलाफी के लगे आरोप 
यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला  28-11-2025

भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष घनश्याम शर्मा की अगुवाई में आज धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड में प्रदेशभर के लाखों कर्मचारी , पेंशनरों ने सुक्खू सरकार की नीतियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। आयोजन में पेंशनर्स व कर्मचारी संगठनों के सैकड़ों प्रतिनिधि शामिल हुए और सरकार पर वादाखिलाफी , आर्थिक अव्यवस्था और कर्मचारी–विरोधी फैसलों के गंभीर आरोप लगाए। 
घनश्याम शर्मा ने कहा कि सरकार ने ओपीएस , समय पर वेतन , पेंशन , डीए और मेडिकल बिलों के भुगतान के वादे करके कर्मचारियों व पेंशनरों का समर्थन लिया , लेकिन तीन साल बाद भी अधिकतर वादे अधूरे हैं और स्थिति बदतर होती जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिमाचल पर कर्ज का बोझ बढ़ने के बावजूद कर्मचारियों के लंबित भत्तों , डीए किस्तों , एरियर और हिमकेयर जैसी स्वास्थ्य योजनाओं पर लगातार कटौती और देरी की जा रही है, जिससे सेवानिवृत्त कर्मचारियों के इलाज तक पर संकट खड़ा हो गया है। 
रैली में वक्ताओं ने विधानसभा शीतकालीन सत्र के दौरान कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी पर गहरा रोष जताते हुए कहा कि ज़ोरावर स्टेडियम से रैली स्थल बदल कर पुलिस ग्राउंड करना सरकार की घबराहट और कर्मचारी–विरोधी सोच को दर्शाता है। पेंशनर्स नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने तुरंत लंबित डीए , वेतन–पेंशन , मेडिकल बिलों के भुगतान , हिमकेयर बहाली और ओपीएस संबंधी स्पष्ट निर्णय नहीं लिए तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा तथा आगामी दिनों में राज्यव्यापी कार्यक्रमों की घोषणा की जाएगी। 
घनश्याम शर्मा ने कहा कि यह संघर्ष किसी दल विशेष के खिलाफ नहीं , बल्कि कर्मचारियों के अधिकार , सम्मान और सुरक्षित भविष्य के लिए है और जब तक कर्मचारियों - पेंशनरों को उनका हक नहीं मिलता , तब तक यह लड़ाई शांत नहीं होगी। उन्होंने सभी संगठनों और कर्मचारियों से एकजुट रहकर शांतिपूर्ण , अनुशासित लेकिन दृढ़ तरीके से अपनी आवाज बुलंद करने की अपील की।

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