आज के दिन आजाद हुआ था गुरुद्वारा पांवटा साहिब,ऐतिहासिक गुरुद्वारा में मनाया जा रहा शहीदी दिवस
जिला सिरमौर की गुरु की नगरी पांवटा साहिब आज के दिन 1964 में महंतों से आजाद करवाया गया था । ऐतिहासिक गुरुद्वारा में 22 मई 1964 में हुए शहीदों की याद में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोज

गुरुद्वारा साहिब में 1964 में हो रही कुरीतियों को रोकने में 11 सिंघों ने पाई थी शहादत
शहीदों की याद में गुरुद्वारा पांवटा साहिब में आयोजित हो रहे विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम
यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब 22-05-2025
जिला सिरमौर की गुरु की नगरी पांवटा साहिब आज के दिन 1964 में महंतों से आजाद करवाया गया था । ऐतिहासिक गुरुद्वारा में 22 मई 1964 में हुए शहीदों की याद में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । जिसमें भाग लेने के लिए साथ लगते राज्यों से भारी संख्या में संगते पहुंच रही हैं।
इस दौरान गुरुद्वारा परिसर में कीर्तन समागमों समेत विशेष लंगर एवं संगतों के रहने के विशेष प्रबन्ध किए गए हैं। मीडिया से बात करते हुए गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मैनेजर जागीर सिंह ने बताया कि ऐतिहासिक गुरुद्वारा पांवटा साहिब में 1964 में हो रही कुरीतियों को रोकने के लिए मिशल शाहिदा तरना दल हरिया बेला के 11 निहंग सिंघों ने आज के दिन 1964 में शहादत पाई थी ।
ऐसे में इन शहीदों को याद करने के मकसद से गुरुद्वारा में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें हरियाणा पंजाब से भी भारी संख्या में सांगते भाग लेने पहुंच रही हैं। जिसमें शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर के प्रधान हरजिंद्र सिंह थामी समेत उस समय के प्रत्यक्षदर्शी जत्थेदार बाबा निहाल सिंह
भाग लिया।
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