पौंग डैम से फिर छोड़ा जाएगा 75 हजार क्यूसिक पानी, अलर्ट मोड पर बीबीएमबी और स्थानीय प्रशासन

पौंग डैम से लगातार 14वें दिन भी पानी छोड़े जाने का सिलसिला जारी है। बीबीएमबी और स्थानीय प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं। मंगलवार सुबह 8 बजे जारी आंकड़ों के अनुसार डैम का जलस्तर 1383.02 फीट दर्ज किया गया है। डैम में पानी की आवक 74 हज़ार क्यूसेक से अधिक रही और करीब 59 835 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है

Aug 19, 2025 - 19:48
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पौंग डैम से फिर छोड़ा जाएगा 75 हजार क्यूसिक पानी, अलर्ट मोड पर बीबीएमबी और स्थानीय प्रशासन
 
यंगवार्ता न्यूज़ - कांगड़ा  19-08-2025

पौंग डैम से लगातार 14वें दिन भी पानी छोड़े जाने का सिलसिला जारी है। बीबीएमबी और स्थानीय प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं। मंगलवार सुबह 8 बजे जारी आंकड़ों के अनुसार डैम का जलस्तर 1383.02 फीट दर्ज किया गया है। डैम में पानी की आवक 74 हज़ार क्यूसेक से अधिक रही और करीब 59 835 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बीबीएमबी ने प्रशासन को अवगत करवा दिया है कि डैम में पानी की बढ़ती क्षमता को देखते हुए बुधवार को 75 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा, जिससे अब निचले क्षेत्रों की जनता के हाथ-पैर फूलने शुरू हो गए हैं, वहीं प्रशासन ने आपदा से निपटने की तैयारियां पूरी कर ली हैं। 
बचाव दलों को तैयार रहने की हिदायत दे दी गई है। बीबीएमबी प्रशासन के मुताबिक पौंग डैम की सभी 6 टरबाइन चालू हैं , जिनसे करीब 17,456 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, वहीं स्पिलवे गेट्स से 42,379 क्यूसेक पानी छोड़ा किया गया। कुल मिलाकर सुबह 8 बजे तक डैम से 59,835 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बीबीएमबी ने जानकारी दी है कि बुधवार सुबह से डैम से छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा बढ़ाकर 75 हज़ार क्यूसेक कर दी जाएगी। ऐसे में निचले इलाकों में खतरा और बढ़ सकता है। एसडीएम फतेहपुर विश्रुत भारती ने मंगलवार सुबह 11 बजे सभी विभागों की संयुक्त बैठक बुलाई है। इस बैठक में बाढ़ राहत और बचाव कार्यों को लेकर एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा। एसडीएम फतेहपुर विश्रुत भारती ने कहा कि निचले क्षेत्रों की जनता को प्रशासन ने अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। 
पौंग डैम से पानी छोड़े जाने का सबसे ज्यादा असर फतेहपुर उपमंडल के ब्यास नदी किनारे बसे गांवों पर पड़ने की संभावना है। इनमें मंड क्षेत्र , रियाली पंचायत, मंड बहादपुर, मंड भोग्रवां, थाथ सहित कई निचले क्षेत्र शामिल हैं। प्रशासन ने इन इलाकों को संभावित खतरे वाले क्षेत्र घोषित करते हुए संबंधित विभागों को सतर्क कर दिया है। लोगों से अपील की गई है कि वे नदी किनारे न जाएं। राहत और बचाव दलों को पूरी तरह तैयार रखा गया है और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। प्रशासन का कहना है कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी की गई है।

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