युवा नेता लांबा के घर मंत्रीयों को आमंत्रण, क्या रूठने मनाने में तक ही सीमित है कांग्रेस........
कांग्रेस पार्टी अब क्या नया अवसर उपमंडल पावंटा साहिब में भी तलाश रही है,और अगर देखा जाये तो युवा नेता अवनीत लांबा अवसर भी नहीं छोड़ रहे हैँ युवाओं को भी तलाश है की बेबाक और काम करने वाला कोई दिग्गज उन्हें मिले
यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब 06-08-2023
कांग्रेस पार्टी अब क्या नया अवसर उपमंडल पावंटा साहिब में भी तलाश रही है,और अगर देखा जाये तो युवा नेता अवनीत लांबा अवसर भी नहीं छोड़ रहे हैँ युवाओं को भी तलाश है की बेबाक और काम करने वाला कोई दिग्गज उन्हें मिले। पावंटा साहिब में कहीं न कहीं एक मजबूत विकल्प अवनीत सिंह लांबा कांग्रेस में दिखाई दे रहे हैँ और हो सकता है की उनकी ये राजनीती और मिलन एक और इशारा इंगित तो कर रहा है।
पावंटा साहिब में पिछले कई वर्षों से कांग्रेस पार्टी के हालात बद से बद्तर हो चुके हैं ऐसे में कांग्रेस के कई मजबूत नेता अवनीत सिंह लांबा की अगुवाई में मंत्रियों से मिले और उन्होंने पांवटा साहिब की समस्याओं को सशक्त शब्दों के साथ उठाया।
इस बारे में यंगवार्ता न्यूज़ को अवनीत सिंह लांबा ने कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के ज्वलंत कई ऐसे मुद्दे हैं जिन को लेकर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के साथ बातचीत हुई है।
चाहे पांवटा साहिब और आसपास के स्कूलों में अध्यापकों की कमी का मामला हो और या फिर युवाओं को औद्योगिक क्षेत्र में अच्छी नौकरियों का विकल्प हो दोनों के लिए ही कैबिनेट मंत्रियों से अपील की गई है।
जल्द से जल्द ऐसी योजनाओं को धरातल पर उतारा जाए की युवाओं को अच्छी नौकरी मिले और स्कूलों में बच्चों को बेहतर शिक्षा का पाठ पढ़ाया जाए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश में बेहतरीन काम कर रही है चाहे वह शिक्षा की नीति हो या औद्योगिक क्षेत्र में बढ़ते हिमाचल प्रदेश के कदम हों।
वहीं दूसरी ओर अवनीत सिंह लांबा की अगुवाई में दर्जनों ऐसे नेता उनके साथ दिखाई दिए जो पांवटा साहिब में कांग्रेस की जड़ों को एक बार फिर मजबूत कर सकते हैं। कांग्रेस नेता अवनीत सिंह लांबा पांवटा साहिब में ही कांग्रेस को मजबूत करने के लिए दिन रात उन सभी लोगों से मिल रहे हैं जिनके कंधों पर कभी कांग्रेस का दारोमदार हुआ करता था।
लांबा ने हर भाषण में पहले यही कहा है कि पांवटा साहिब में कांग्रेस के बड़े चेहरों को एक मंच पर लाना ही उनकी प्राथमिकता रहेगी, लेकिन सवाल ये भी है की क्या कांग्रेस रूठने और मनाने तक ही सीमित रह गयी है या जनता पर भी ध्यान इंगित करेगी।
What's Your Reaction?