JEE-MAINS में विद्यापीठ शिमला के छात्रों का शानदार प्रदर्शन , 20 से अधिक छात्रों ने क्वालिफाई की जेईई मैन्स की परीक्षा
वर्ष 2024 की जेईई मैन्स (JEE-MAINS ) ( सत्र-1) परीक्षा में विद्यापीठ शिमला के छात्रों का सराहनीय प्रदर्शन रहा। विद्यापीठ के कृष चौहान ने 98.3 , वेदांत मैकटा ने 97.6 , रिजुल रंगटा ने 97 , प्रत्युषराज सरन ने 96.5 , शरन्या शकतान ने 95.9 , कृष ठाकुर ने 95.5 , सौम्या वर्मा ने 95 , मृदुल डी वर्मा ने 93.3 , आयुष शर्मा ने 92.9 स्पर्श , मल्होत्रा ने 91.9 , प्रियांशा , अलीशा शर्मा ने 90 , मनस्वी ने 89.2 तथा मंथन चौहान ने 89 परसेंटाइल अंक अर्जित किए है
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 13-02-2024
वर्ष 2024 की जेईई मैन्स (JEE-MAINS ) ( सत्र-1) परीक्षा में विद्यापीठ शिमला के छात्रों का सराहनीय प्रदर्शन रहा। विद्यापीठ के कृष चौहान ने 98.3 , वेदांत मैकटा ने 97.6 , रिजुल रंगटा ने 97 , प्रत्युषराज सरन ने 96.5 , शरन्या शकतान ने 95.9 , कृष ठाकुर ने 95.5 , सौम्या वर्मा ने 95 , मृदुल डी वर्मा ने 93.3 , आयुष शर्मा ने 92.9 स्पर्श , मल्होत्रा ने 91.9 , प्रियांशा , अलीशा शर्मा ने 90 , मनस्वी ने 89.2 तथा मंथन चौहान ने 89 परसेंटाइल अंक अर्जित किए है। इसके अलावा आदित्या भैक , स्पर्श अवस्थी व माधव तिवारी सहित 20 से अधिक छात्रों ने जेईई मैन्स की परीक्षा क्वालिफाई की।
विद्यापीठ शिमला के निदेशक ई. रवीन्द्र अवस्थी व डॉ. रमेश शर्मा ने छात्रों व उनके अभिभावको को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना भी की। विभिन्न इंजनिरिंग कॉलेजों व एनआईटी में प्रवेश के लिए यह परिक्षा क्वालिफाई करना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि आईआईटी मे प्रवेश के लिए इस परीक्षा में उत्तीर्ण हुए विद्यार्थी जेईई एडवांस की परिक्षा देने के लिए योग्य होते है। जेईई एडवांस मे उत्तीर्ण हुए विद्यार्थीयों का चयन देश के विभिन्न आईआईटी संस्थानों में होता है।
संस्थान के निदेशक इंजीनियर रविंद्र अवस्थी और डॉक्टर रमेश शर्मा ने कहा कि विद्यापीठ के छात्र प्रतिवर्ष न केवल जेईई मैन्स बल्कि नीट , एनडीए और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी बेहतर प्रदर्शन करते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यापीठ लंबे समय से शिमला में छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करता है। विद्यापीठ में कोचिंग लेने वाले छात्र आज न केवल प्रदेश में बल्कि देश के बड़े बड़े संस्थानों में कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि छात्रों की मेहनत के साथ-साथ विद्यापीठ के अनुभवी शिक्षकों के चलते प्रतिवर्ष विद्यापीठ नई बुलंदियों को छू रहा है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में विद्यापीठ शिमला के अलावा अन्य ज़िलों में भी अपनी शाखाएं खोलने पर विचार कर रहा है , ताकि प्रदेश के ग्रामीण इलाकों के छात्रों को स्थानीय स्तर पर बेहतर शिक्षा मिल सके। उन्होंने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य छात्रों का भविष्य उज्जवल करना है।
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